सुरभि न्यूज़ बिलासपुर। कल्याण कला मंच बिलासपुर की हनुमानटील्ला में काला बाबा कुटीया में सम्विधान समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें मंच के अध्यक्ष सुरेन्द्र मिन्हास ने कहां की प्रदेश में हर वर्ष पहाड़ी दिवस मनाया जाता है। सरकार इस विशेष दिन कुछ राशि व्यय करके और उपदेश दे कर इतिश्री कर लेते हैं। वास्त्विकता यह हैै कि ना प्रशासन और ना ही सरकार पहाड़ी बोली को उचित सम्मान दिलवाने बारे गम्भीर हैं। उच्च वर्ग के लोग अपने बच्चों को हिन्दी व अन्ग्रेजी बोलने पर जोर देते हैं और पहाड़ी में बोलने वालों को कम पढ़ा लिखा समझा जाता है। देखा जाये तो ग्रामीण क्षेत्र केेे लोगों ने वर्तमान में पहाड़ी भाषा को जिन्दा रखा हुआ है। कल्याण कला मंच ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रकाशित की जा रही गिरिराज व अन्य सभी पत्रिकाओं में पहाड़ी भाषा को अधिक से अधिक स्थान दिया जाये। पहाड़ी लेखकों, कवियों और गायकों को मंच प्रदान कर प्रोत्साहित किया जाए। मंच के समन्वयक अमरनाथ धीमान ने मुख्य मन्त्री जय राम ठाकुर से अनुरोध किया कि पहाड़ी बोली को सविधान में की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिये केंद्र में सम्बंधित मंत्रालय में अपने पक्ष को दृढता और सशक्तता के साथ उठाया जाये । मंच ने प्रण लिया कि भविष्य में पहाड़ी बोली को उचित सम्मान दिलवाने के लिये प्रदेश भर में जागरण अभियान शुरु किया जायेगा। इस बैठक में सुरेन्द्र मिन्हास, अमरनाथ धीमान, महासचिव शीला सिंह, बीना वर्धन, रवि सांख्यान, भीम सिंह, बुधि सिंह चंदेल, रविन्द्र कमल और गरिमा चंदेल शामिल रहे ।
2022-03-09