सुरभि न्यूज़
नाहन, 20 दिसंबर
इरादे नेक और होंसले बुलंद हो तो कठिन से कठिन मंजिल को भी पार किया जा सकता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है ऐतिहासिक शहर नाहन की बेटी डाॅ. नीरजा ने। डाॅ. नीरजा ने हैल्थ केयर के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर शहर व प्रदेश को गौरवान्वित किया है। दिल्ली में राष्ट्रीय आर्थिक विकास और सामाजिक उत्तरदायित्व के राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित हुआ इस गरिमापूर्ण समारोह में देश के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री रामदास बंधु अठावले ने डॉ. नीरजा को हैल्थ केयर में असाधारण उपलब्धि पर इंटरनेशनल अचीवर्स कॉन्फ्रेंस में अलंकृत किया। खुबसूरत नाहन में सेवानिवृत स्कूल प्रधानाचार्य गुरदेव सिंह व रिटायर्ड टीचर सरोज बाला के घर जन्मी डाॅ. नीरजा का शुरू से ही सामाजिक गतिविधियों में अपना योगदान देती आ रही है। 1998 से 2008 तक हिमाचल के स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा अधिकारी तैनात रही।
. नीरजा सामाजिक कार्यों में बेहतरीन उपलब्धियां अर्जित करने पर कोलगेट पामोलिव मैरिट अवार्ड भी हासिल कर चुकी है। नाहन में कई सामाजिक संस्थाओं से भी डाॅ. नीरजा प्रशस्ति पत्र हासिल कर सम्मानित हो चुकी है। देश की राजधानी दिल्ली में डाॅ. नीरजा ने झुग्गी-झोपड़ी में जाकर वहां रहने वाले बच्चों को शिक्ष देने के साथ उनके स्वास्थ्य की देख-भाल में अपना अहम् योगदान देती रही है। डाॅ. नीरजा फुटपाथ के किनारे बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ इन बच्चों की दंत चिकित्सा की देखभाल भी करती है। झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले बच्चों को स्कूल जाने के लिए जागरूक करने साथ उन्हें स्कूल में भी दाखिला दिलवाती रहती है। उल्लेखनीय है की डाॅ. नीरजा ने आज तक कोई भी एनजीओ नहीं बनाई, वह अपने ही दम पर सामाजिक कार्य में योगदान दे रही है। डाॅ. नीरजा दिल्ली में डेंटल केयर सैंटर चला रही है। डाॅ. नीरजा का कहना है कि वो आज जिस मुकाम तक पहुंची है उसमें माता-पिता का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। डॉ. नीरजा का सबसे छोटा भाई डाॅ. अमन धीमान भी शहर में दंत चिकित्स है। कोविड के दौरान डाॅ. अमन ने आपातकाल में लोगों को कम दामों तथा निशुल्क डेंटल सेवा प्रदान की। (साभार)