संसार के हर व्यक्ति को सांसारिक भौतिक सुखों का त्याग कर ईश्वर का भजन करना चाहिए-आचार्य हरिदत्त शर्मा 

Listen to this article
सुरभि न्यूज़
सी आर शर्मा, आनी
आनी से तीन किलोमीटर दुरी पर स्थित महादेव मंदिर में चल रहे श्रीमदभागवत वार्षिक ज्ञान गंगा महोत्सव भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक आचार्य हरिदत्त शर्मा  (शिमला वाले) ने कहा कि व्यक्ति को सांसारिक भौतिक सुखों का त्याग कर ईश्वर का भजन करना चाहिए। ताकि मोक्ष की प्राप्ति हो, भगवान की लीला का कोई पार नहीं है। यह भागवत का सार है। कथावाचक आचार्य हरिदत्त शर्मा ने कहा कि सच्चाई के मार्ग पर चलकर ही परमात्मा को हासिल किया जा सकता है। आचार्य ने बताया कि जो अमृत कथा शुकदेव ने भोले बाबा से सुनी, असल में वही कथा श्रीमद्भागवत पुराण है, जो बाद में शुकदेव ने समय आने पर लोगों को सुनाई।

उन्होंने कहा कि व्यक्ति अध्यात्म जीवन ईश्वर भक्ति को त्याग कर सांसारिक सुखों के दलदल में फंसता जा रहा है। भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए सत्य भक्ति मार्ग से दूर हो रहा है। सत्य के समान कोई दूसरा धर्म नहीं है। उन्होंने धर्म का संरक्षण करने के लिए महापुरुषों एवं संत महात्माओं के साथ सत्संग कर जीवन को सफल बनाने का आह्वान किया।

भजन गायकों ने भी प्रस्तुतियां देकर माहौल को भावविभोर कर दिया। महाराज द्वारा कथा वाचन के दौरान भजनों की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को भक्ति में तल्लीन होकर झूमने पर मजबूर कर दिया।

कथावाचक आचार्य हरिदत्त शर्मा के श्री मुख से भजनों की सुरीली वाणी को सुनकर श्रद्धालु मंच के समीप आकर शास्त्री जी का अभिवादन करते हुए भजनों पर झूमते रहे और कई श्रद्धालु अपने स्थान पर ही भजनों का आनन्द लेते रहे। शमशरी महादेव के पुरोहित रोशन लाल भारद्वाज ने बताया कि मन्दिर में गायत्री पाठ, महामृत्युंजय पाठ आदि का पाठ आठ पुरोहितों द्वारा किये जा रहें हैं। जिनमें पुरोहित स्वरूप शर्मा, मोती राम शर्मा, महेंद्र शर्मा, रोशन शर्मा, चन्द्र प्रकाश शर्मा, गोपाल देव शर्मा ,गोलू शर्मा आनी व्यापार मण्डल आनी के उपप्रधान से फ़क़ीर चन्द् वर्मा आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *