सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू
स्थानीय संस्था ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन द्वारा संस्था के अध्यक्ष एवं प्रसिद्व रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में कुल्लू में आसपास के स्कूलों में आयोजित की जा रही नाट्य कार्यशालाओं में तीसरी कार्यशाला का समापन राजकीय वरिश्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर में हुआ।
25 दिन तक चली इस कार्यशाला का संचालन संस्था की युवा रंगकर्मी कल्पना गौतम ने किया। इस कार्यशाला में स्कूल के 15 छात्राओं ने हिस्सा लिया। कल्पना ने प्रतिभागी छात्राओं के साथ नशे पर आधारित एक लघु नाटक भी तैयार किया।
नाटक मंचन विद्यालय के प्रांगण में प्रातःकालीन सभा में छात्राओ और अध्यापकों के समक्ष किया। नाटक में यश और यशिका दो भाई बहन हैं, दोनों स्कूल में पढ़ते हैं। भाई यश को उसके मां बाप ने बेटा होने की वजह से खुली छूट दे रखी है और उसे नषे की लत लग जाती है।
स्कूल की प्रिंसिपल को भी उसके नशे के बारे में पता चलता है। जब प्रिंसीपल उसके घरवालों से संपर्क करने की कोशिश करती है तो संपर्क न होने की वजह से वह उसके घर ही पहुँच जाते है। लेकिन यश की मम्मी प्रिसीपल की बात पर ज़्यादा ध्यान नहीं देती।
अब बहन यशिका अपनी बुआ के साथ मिलकर यश को सही रास्ते पर लाने की कोशिश करती है और उसमें कामयाब भी हो जाती है। नाटक का अन्त नशा त्यागो ज़िंदगी नहीं स्लोगन से होता है। नाटक मे सृष्टि, रिया, नन्दिनी, सकीना, वंशिका, कल्पना , अनामिका, आरती, पूनम, कोमल, रितेश्वरी, सुप्रिया, दीपाली, ममता और गुनगुन ने अभिनय किया है।