जिला लाहौल स्पीति के बातल व चंद्रताल कीओर फंसे भेड़ पालकों के रेस्क्यू के लिए टीम रवाना, सड़क मार्ग खुलने में लगेगा अभी एक सप्ताह

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो  
केलांग 18 जुलाई
जिला लाहौल स्पीति के चंद्रताल, बातल व छतडु की ऊंची चारागाहों में में प्रदेश के विभिन्न जिलों के बे मौसमी बर्फबारी के कारण भेड़ पालक फंसे हुए हैं। उपायुक्त लाहौल स्पीति ने कल शाम सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि 60 से 70 भेड़ पालकों के दो से तीन हजार के करीब भेड़ बकरियां ऊंची चारागाहों में फंसी होने का समाचार प्राप्त हुआ है, इनकी संख्या अधिक भी हो सकती है और भेड़ पालकों की भोजन सामग्री, पानी व जरूरी दवाइयों की समस्या हो रही है।
भेड़ पालकों के बचाव व राहत कार्यों के लिए सोमवार देर रात केलांग से 20 सदस्यों की रेस्क्यू टीम को रवाना कर दिया गया है। उपायुक्त राहुल कुमार ने बताया कि कल रात यह टीम कोकसर में रुकी थी और आज सुबह मंगलवार 5 बजे कोकसर से आगे डोरनी मोड़ से पैदल छतडू बातल व चंद्रताल की ऊंची चारा गाहों में इन भेड़ पालकों के ठिकानों की ओर रवाना हो गई है।
उन्होंने बताया कि एक सप्ताह से अधिक तक के लिए आवश्यक भोजन सामग्री व दवाइयों जरूरी उपकरण व सामान सहित रवाना हुई है जिसमें संयुक्त रूप से 16 सदस्य गठित रेस्क्यू टीम का अटल बिहारी वाजपेई पर्वतारोहण संस्थान उपकेंद्र जिस्पा के प्रभारी इंस्ट्रक्टर मोहन कुमार व प्रशिक्षक सोनम चेपा, लीड कर रहे हैं।
रेस्क्यू टीम पल-पल की खबर सेटेलाइट फोन के माध्यम से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कंट्रोल रूम में जानकारी देंगे जिसकी स्वयं उपायुक्त राहुल कुमार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि इस मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर 60 से 70 जगहों के करीब लैंडस्लाइड व ग्लेशियरों से मार्ग अवरुद्ध हुआ है जिस की बहाली के लिए सीमा सड़क संगठन द्वारा मशीनरी व कामगारों के माध्यम से युद्ध स्तर पर कार्य करवाया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों ने सूचना दी है कि एक सप्ताह तक इस मार्ग को बहाल करने के भरसक प्रयास किए जाएंगे। इन भेड़ पालकों के परिजनों को भी सैटलाइट फोन के माध्यम से सूचित कर दिया जाएगा। बचाव और राहत टीम छतडु बातल व चंद्र ताल के लगभग 40 किलोमीटर के दायरे के क्षेत्रफल में रेस्क्यू करेगी तथा भेड़ पालकों के डेरों में आवश्यक भोजन सामग्री व जरूरी दवाइयां पहुंचाएंगे।
उपायुक्त राहुल कुमार ने बताया कि रेस्क्यू टीम में विभिन्न विभागों व सीमा सड़क संगठन के लोग शामिल है जिसमें मोहन लाल प्रभारी जिस्पा पर्वतारोहण संस्थान, सोनम चेपा प्रशिक्षक जिस्पा पर्वतारोहण संस्थान, अरुण मालपा सहायक जिस्पा पर्वतारोहण संस्थान, भागमल पटवारी सर्कल सिस्सू,आदर्श सहायक पटवारी सिस्सू एचसी, कुलदीप नंबर 138 सी.टी., शमशेर नंबर 175 सी.टी., अक्षय नंबर 205, पुलिस लाइन केलांग रोशन, पशु फार्मासिस्ट गोंधला प्रवेश प्रवेश ठाकुर, फार्मासिस्ट सिस्सू ताशी केसांग, एनवाईके स्वयंसेवक केलांग। फुंचोग दावा (राहुल), एनवाईके स्वयंसेवक केलांग करण सपुत्र ओम बहादुर, सीपीएल 94 आरसीसी ग्रेफ, लालू पुत्र नंदू सीपीएल, 94आरसीसी जीआरईएफ, विश्वाश तमांग पुत्र अमर तमांग सीपीएल, 94आरसीसी जीआरईएफ, पदम बोरा पुत्र गोरखे बोरा सीपीएल 94आरसीसी जीआरईएफ टीम में शामिल है।
उपायुक्त ने यह भी बताया कि भोजन सामग्री के ढुलान के लिए 10 घोड़े व खच्चर की भी व्यवस्था की गई है। यह टीम मंगलवार आज शाम तक बातल पहुंचेगी और बुधवार को भेड़ पालकों तक राहत व बचाव तथा आवश्यक दवाइयां लेकर पहुंच जाएगी।
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