कलाकारों ने अपने अभिनय से नाथूराम के स्वतन्त्रता के लिए किए संघर्ष को उसके अपने ही पैत्रिक गांव नांगाबाग मे किया ज़िन्दा

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो 

कुल्लू 

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला के सौजन्य से आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में देश के लिए बलिदान देने वाले वीरों को  समर्पित कार्यक्रम मेरी माटी मेरा देश  मिट्टी को नमन वीरों का वंदन के अन्तरगत रायसन के नांगाबाग में नाट्यश्रेश्ठ नाट्य दल के कलाकारों ने रेवत राम विक्की के नेतृत्व में स्वतन्त्रता सेनानी नाथू राम पर आधारित नाटक नाथू राम शेरदिल का मंचन नुक्कड़ शैली में किया।

केहर सिंह ठाकुर के संयोजन में किए इस नाटक को देखने के लिए रायसन, नांगाबाग व हराबाग आदि आसपास के गांव के लोग आए। नाथू राम नांगाबाग गांव से ही सम्बन्ध रखते थे। विषेशकर महिला मण्डलों की औरतों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और नाथू राम पर परिचर्चा भी की।

नाटक के माध्यम से उस वीर स्वतन्त्रता सेनानी को उसके घर गांव में जाकर श्रद्वांजलि अर्पित की गई। नाथू राम युवा अवस्था में लाहौर गए और भारतीय राष्ट्रिय  कांग्रेस में जुड़ कर भारत की स्वतन्त्रता के लिए कार्य करने लगे। उन्होंने लाहौर में ही युनियन जैक उतार कर भारतीय राष्ट्रिय तिरंगा लाहौर के मुख्यालय में लहराकर इन्कलाब ज़िन्दाबाद और भारत माता की जय का नारा बुलन्द किया था।

हालांकि उसके बाद ही अंग्रेज़ी सरकार ने उन्हें गिरफतार कर जेल में डाल दिया था। उनके इस साहसिक कार्य के लिए उनके साथियों ने उन्हें शेरदिल खिताब से नवाज़ा था। वे स्वतन्त्रता संग्राम के बहुत से आंदोलनों में हिस्सा लेते रहे और जेल यात्राएं करते ही रहे।

नाटक में रेवत राम, सूरज, परमानन्द आदि कलाकारों ने अपने अभिनय नाथूराम के स्वतन्त्रता के लिए संघर्ष को उसके अपने ही पैत्रिक गांव मे ज़िन्दा कर दिया।

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