सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लु, 23 अगस्त
हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर लगातार जारी है। मंगलवार रात को हो रही बारिश ने बुधवार सुबह मंडी, शिमला व सोलन जिला में भारी तबाही मचाई है। मंडी जिला के कटोला और पंडोह में बुधवार सुबह बादल फटने से खूब तबाही हुई है जबकि पंडोह में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत होने की जानकारी मिली है। वहीं कुलाह स्कूल की ईमारत बादल फटने से आई बाढ़ के कारण नाले में बह गई जबकि कटोला में कई घरों और गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है।
राजधानी शिमला के गांव शोल बलदेयां में भूस्खलन में एक प्रवासी दंपति की मौत हुई है। मंडी जिले के भारी बारिश के चलते नुकसान के आंकड़े डरने वाले हैं। अब तक विभिन्न स्थानों पर 7 से 8 लोगों के अलग-अलग स्थान पर दबने व बहाने की सूचना मिली है। सराज घाटी में अधिक नुकसान हुआ है। सरज में दो स्कूलों के बह जाने के साथ यहां 80 से अधिक मवेशी खोलनाला के नाले में बह गए हैं। यहा दादा पोती और दो महिलाओं के पानी के बहाव में बहने की खबर है। एक 16 वर्षीय छात्र के बगलामुखी के पास दबा से मौत हुई है जिसका शव बरामद हो गया है। इसके अलावा मकान गिर जाने से एक व्यक्ति की मकान में दबकर मौत हो गई है जबकि अब तक करीब सात से आठ लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है।
राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश का कहर जारी है। जगह-जगह भूस्खलन व बाढ़ आने से घरों को गौशालाओं, दुकानों तथा सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है।
भारी बारिश के बाद शिमला चंडीगढ़ व मनाली चंडीगढ़ फोर लाइन सहित 700 से अधिक सड़के बंद हो गई है। शिमला के विजयनगर कृष्णा नगर और गाहन में 12 से ज्यादा घरों को खाली कराया गया है। शिमला में देवदार के पेड़ कहर बनकर टूट गिर रहे हैं। इससे शिमला में रहने वाले लोग दहशत में आगे हैं, जबकि अगले 72 घंटे तक भारी बारिश होने का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। चंडीगढ़ शिमला फोर लाइन सोलन के चक्की मोड़ के पास फिर से बंद हो गया है। सड़क से मलवा हटाने का काम चल रहा है।