सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू, 25 फरवरी
वषों से हिमाचल के रंगमंच में अग्रणी भूमिका निभाने वाली कुल्लू स्थित नाट्य संस्था ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन, भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में तथा उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला के सहयोग से अपना वार्षिक राष्ट्रीय नाट्योत्सव ‘कुल्लू राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव -ंउचय 2024’ कुल्लू स्थित कला केन्द्र में 1 मार्च से 9 मार्च तक आयोजित करने जा रही है। जिसमें नौ संध्याओं में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखण्ड, चण्डीगढ, जम्मू काश्मीर तथा राजस्थान आदि आठ राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के आठ नाट्य दल नौ नाटकों का मंचन करेंगे। प्रतिदिन नया नाटक प्रस्तुत किया जाएगा और नाटक प्रतिदिन ठीक साम छः बजे शुरू होगा।
एक मार्च की शाम आयोजक संस्था ऐक्टिव मोनाल का हास्य नाटक ‘एक था गधा उर्फ अल्लादाद खां, 2 मार्च को चण्डीगढ की नाट्य संस्था संवाद का गहरा सामाजिक संदेश लिए नाटक ‘एक और द्रोणाचार्य, 3 मार्च की संध्या नाट्य सोसायटी उदयपुर, राजस्थान का हास्य नाटक ‘भगवद्ज्जुकम’ प्रस्तुत किया जाएगा जबकि 4 मार्च की शाम जम्मू की संस्था समूह थिएटर का हास्य नाटक ‘चिट्टा सिंह, 5 मार्च की शाम दिल्ली स्थित नाट्य दल सिली सोलस का मानवीय रिस्तों की गहराईयों की परतें उधेडता नाट्क ‘मण्डला, 6 मार्च को रोहतक हरियाणा स्थित संस्था सप्तक सोसायटी द्वारा हास्य नाटक ‘सैयां भये कोतवाल, 7 मार्च की शाम उत्तराखण्ड के पिथौरागढ स्थित नाट्य दल भाव राग ताल अकादमी द्वारा उत्तराखण्ड के वीर योद्वा माधो सिंह पर आधारित नाटक ‘माधो सिंह भण्डारी’ प्रस्तुत किया जाएगा। जबकि 8 मार्च की शाम ऐक्टिव मोनाल संस्था कुल्लू के कलाकारों द्वारा हास्य नाटक ‘भागवान का पूत’ और नाट्योत्सव के समापन पर 9 मार्च की शााम पंजाब अमृतसर स्थित संस्था मंच रंगमंच द्वारा अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त निर्देशक केवल धालीवाल के निर्देशन में ब्रेख्त के काॅकेशियन चाॅक सर्कल आधारित नाटक ‘मिट्टी ना होवे मतरेई’ प्रस्तुत किया जाएगा।
आयोजक संस्था ऐक्टिव मोनाल के अध्यक्ष तथा नाट्योत्सव के निर्देशक केहर सिंह ठाकुर का कहना है कि इस नाट्योत्सव को लेकर कुल्लू में खासा उत्साह है और हमारी संस्था के सदस्य कलाकार इस उत्सव को कामयाब करने के लिए कड़ी मेहनत कर रह हैं।