सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
जोगिन्दर नगर, 20 सितंबर
एसडीएम जोगिन्दर नगर मनीश चौधरी ने महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से शिशुओं, बच्चों, किशोरियों एवं गर्भवती व धात्री महिलाओं के कल्याणार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा पात्रों को जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी व कर्मचारी जहां ग्रामीण स्तर पर लोगों को विभागीय योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करवाएं तो वहीं पात्रों को इनसे लाभान्वित करने पर भी विशेष प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में कोई भी पात्र व्यक्ति या परिवार सरकार की इन योजनाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए। एसडीएम आज समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) चौंतड़ा व द्रंग के अंतर्गत गठित खंड स्तरीय समन्वय समिति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ टास्क फोर्स तथा पोषण अभियान निगरानी समिति बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक का संचालन बाल विकास परियोजना अधिकारी चौंतड़ा बी.आर. वर्मा ने किया। इस दौरान सी.डी.पी.ओ. द्रंग जितेंद्र सैनी भी मौजूद रहे।
विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए एसडीएम ने बताया कि चौंतड़ा ब्लॉक में 0-5 वर्ष आयु वर्ग के कुल 3498 बच्चों का भार मापा गया जिनमें 12 बच्चों का भार काफी कम पाया गया है। जबकि द्रंग ब्लॉक के तहत चार आंगनबाड़ी सर्कल में कुल 2071 बच्चों का वजन किया गया जिसमें से 13 ऐसे बच्चे पाए गए हैं जिनका वजन काफी कम है। उन्होंने कम भार वाले ऐसे सभी बच्चों की निगरानी सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिये तथा जरूरत पड़ने पर आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने को भी कहा। उन्होने बताया कि चौंतड़ा ब्लॉक में कुल 1845 तथा द्रंग ब्लॉक के अंतर्गत 1143 पात्र बच्चे हैं जिन्हें पूरक पोषाहार प्रदान किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त चौंतड़ा ब्लॉक में 564 तथा द्रंग ब्लॉक में 399 धात्री व गर्भवती महिलाओं को भी लाभान्वित किया जा रहा है।
उन्होने बताया कि शाला पूर्व शिक्षा के तहत चौंतड़ा ब्लॉक में कुल पात्र 1906 बच्चों में से 281 तथा द्रंग ब्लॉक में पात्र 1077 में से 112 बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। शेष बच्चे निजी व सरकारी स्कूलों में पंजीकृत हैं। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य एवं पोषाहार शिक्षा के माध्यम से 11 से 18 वर्ष की किशोरियों व 18 से 45 वर्ष की महिलाओं को स्वास्थ्य एवं पोषाहार शिक्षा भी प्रदान की जा रही है। साथ ही विभिन्न शिविरों के माध्यम से जन समुदाय को भी जोड़ा जा रहा है।
बैठक में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, विधवा पुनर्विवाह योजना, मदर टेरेसा असहाय मातृ संबल योजना, बेटी है अनमोल योजना, महिला स्वयं रोजगार योजना, बाल बालिका सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना तथा मुख्यमंत्री शगुन योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। साथ ही इन योजनाओं से लाभान्वित पात्रों का डेटा भी बैठक में प्रस्तुत किया गया।
घटते शिशु लिंगानुपात पर जताई चिंता, गर्भवती महिलाओं की निगरानी पर दिया जोर
बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ खंड स्तरीय टास्क फोर्स समिति की अध्यक्षता करते एसडीएम ने कम हुए बाल लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने दोनों ब्लॉकों में इस संबंध में ग्रामीण स्तर पर गर्भवती महिलाओं की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिये। साथ ही लोगों को पूर्व गर्भधारण एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) अधिनियम तथा निहित प्रावधानों की जानकारी बारे जागरूक करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कहीं पर भी इस अधिनियम की उल्लंघन का मामला ध्यान में आता है तो इस बारे प्रशासन को तुरंत जानकारी उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिये।
अल्प व गंभीर कुपोषित बच्चों की सुनिश्चित बनाएं विशेष निगरानी
पोषण अभियान के तहत गठित खंड स्तरीय निगरानी समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए मनीश चौधरी ने बताया कि चौंतड़ा ब्लॉक में अति कुपोषित श्रेणी में 3 तथा द्रंग ब्लॉक में 5 बच्चे पाए गए हैं। जबकि अल्प कुपोषित श्रेणी में चौंतड़ा ब्लॉक में 33 जबकि द्रंग ब्लॉक में 40 बच्चे हैं। उन्होंने सामान्य स्थिति में आने तक इन सभी अल्प व गंभीर कुपोषित बच्चों की नियमित तौर पर सतत निगरानी करने के निर्देश दिये।
बैठक में सीडीपीओ चौंतड़ा बीआर वर्मा तथा सीडीपीओ द्रंग जितेंद्र सैनी के अतिरिक्त थाना प्रभारी जोगिन्दर नगर सकीनी कपूर, तहसील कल्याण अधिकारी चंदन वीर सिंह, एसईबीपीओ चौंतड़ा पंकज ठाकुर, बीपीईओ चौंतड़ा राजू राम, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षकों सहित समिति के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।