स्नो- फ़ेस्टिवल के 72 दिन केलांग में मन्त्री डॉ रामलाल मारकंडेय द्वारा पारम्परिक तीरंदाज़ी का किया शुभारंभ

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सुरभि न्यूज़, केलांग।
स्नो- फ़ेस्टिवल के 72 दिन केलांग में आज राज्यस्तरीय पारम्परिक तीरंदाज़ी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया जिसमें तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास व सूचना प्रौद्योगिकी मन्त्री डॉ0 रामलाल मारकंडेय  मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। अपने सम्बोधन में कैबिनेट मन्त्री डॉ0 रामलाल मारकंडेय ने कहा कि जितने भी पर्व स्नो फ़ेस्टिवल के अन्तर्गत  आयोजित किये हैं वे स्थानीय लोगों के सहयोग से ही सम्पन्न हुए हैं। जिनका पूरा ख़र्च लोगों द्वारा स्वयं वहन किया गया है।

अटल टनल का उद्घाटन 3 अक्टूबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था, जो कि लाहौल के लिए एक महत्वपूर्ण दिन था।
हमने 2019 में यह फैसला किया था, कि ज़िले में एक स्नो फ़ेस्टिवल का।आयोजन किया जाएगा। हमने ज़िलाधीश के साथ चर्चा कर यह निर्णय लियाया है कि अगले वर्ष से यह उत्सव 90 दिन तक मनाया जाएगा। इस दिशा में हमने दो महीने में एकल खिडकी क्लेयरेन्स द्वारा लगभग साढ़े पांच सौ होम स्टे रजिस्टर किये हैं। उन्होंने कहा कि केबिनेट में एसी- टू -डीसी व डीपीआरओ सहित कई महत्वपूर्ण पदों का सृजन किया गया है, ताकि यहां के लोगों को सरकार की सुविधाओं का लाभ सही समय से मिल सके।

डॉ मारकंडेय ने बताया कि पर्यटन के बिकास के लिए, गर्मियों में टूरिस्ट्स इन्फॉर्मेशन सेंटर सिस्सु में स्थापित होगा व सभी पर्यटकों को  जूट के थैले दिए जाएंगे जिनमें वे कूड़ा रखेंगे व।नियत स्थान पर विसर्जित करेंगे। हर गोम्पा को सड़क से जोड़ा जाएगा, एवं संस्कृति से सम्वन्धित सूचनाओं  का संकलन पुस्तिका के रूप में किया जाएगा। ग्रीष्मऋतु में 10 दिन का ट्राइबल फेस्टिवल सीस्सु से आरम्भ किया जाएगा इसके माध्यम से छरमा का बिस्कुट एवं चाय को प्रमोट करेंगे, तथा पर्यटकों को हर गाँव की संस्कृति के दर्शन करवाएंगे। उपायुक्त पंकज राय ने मुख्यातिथि डॉ मारकंडेय, विशिष्ट अतिथियों अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त एवं कार्मिक) प्रबोध सक्सेना एवं श्रीमती अनुरीता सक्सेना का पारंपरिक तरीक़े से सम्मान किया। उन्होंने कहा कि यह उत्सव 75 दिनों के सफ़ल आयोजन के पश्चात 29 मार्च को सम्पन्न होगा व अपने आप में सबसे लम्बा चलने वाला  ऐसा देश का पहला स्नो फ़ेस्टिवल होगा।

राज्यस्तरीय पारम्परिक तीरंदाज़ी  प्रतियोगिता का  अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त एवं कार्मिक) प्रबोध सक्सेना ने किया समापन। लाहौल की सांस्कृतिक परिवेश को बताया अद्भुत

राज्यस्तरीय पारम्परिक तीरंदाज़ी प्रतियोगिता का।समापन अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त एवं कार्मिक) प्रबोध सक्सेना द्वारा किया गया। प्रतियोगिता में राज्यभर से आई सात टीमों ने भाग लिया जिसमें से  गेमुर की  टीम प्रथम  कवरिंग व स्पिति -बी टीम क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर रही। व्यक्तिगत मुकाबलों में छेरिंग वांगचुक क्वारिंग से प्रथम, तेनज़िंग गेमुर गांव से, व सञ्जीव कुमार क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। मुख्य अतिथि प्रबोध सक्सेना ने सभी विजेताओं को इनाम वितरित किये। उन्होंने यहां की संस्कृति को समृद्ध बताते हुए यहां के लोगों को संघर्षशील एवं मेहनती हैं। यहां पर आकर व यहां की संस्कृति को देखकर बहुत ही सुखद अनुभव हुआ है।