पंचायत स्तर पर की जाएगी कचरा निस्तारण की व्यवस्था, लोग छांट कर दें ठोस व तरल कचरा

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सुरभि न्यूज़ कुल्लू। समाज में स्वच्छता बनाए रखने के लिए जरूरी है कि सभी क्षेत्रों के कचरे का निस्तांतरण एक सुनियोजित ढंग से हो। इसके लिए संबंधित नगर निकाय व ग्राम पंचायतें जिम्मेवार हैं। यह बात उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने ठोस कचरा प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा एकत्र करने की ठोस व्यवस्था होना जरूरी है। इसके लिए नगर निकाय एक निश्चित समय निर्धारित करें जो संभवतः प्रातः नौ बजे से पूर्व का हो। उपायुक्त ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे कूड़े की छंटाई अपने घर पर ही कर लें और दो अलग-अलग लिफाफों में ठोस व तरल कचरा एकत्र करने वाले कर्मियों को सौंपे। नागरिकों को निजी स्वच्छता के साथ समाज की स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने कहा कई बार लोग कचरा फैंकने के लिए सड़कों के किनारे अथवा बस्तियों के समीप अस्थाई डम्पिग बना लेते हैं और जब कभी इन जगहों पर कूड़ा फैंक देते हैं जो न केवल आस पास के वातावरण को दूषित कर रहा है, बल्कि शहर की सुंदरता को भी खराब कर रहा है। उन्होंने नगर परिषद से कहा कि शहरों में अस्थाई डम्पिग स्थलों को तुरंत से समाप्त किया जाए और इन जगहों के समीप सीसीटीवी कैमरे लगाने की व्यवस्था की जाए ताकि कचरा फैंकने वालों पर निगरानी रखी जा सके। आशुतोष ने कहा कि नगर निकाय कचरा निस्तारण संयंत्र में कचरा छांट कर ही उपलब्ध करवाएं। इसी प्रकार, नगर परिषद से सटी ग्राम पंचायतें भी कचरा घरों से छंटाई करके ही ठेकेदार को सौंपे। उन्होंने कहा कि सब्जी मण्डियां भी कचरे के निस्तारण के लिए सुरक्षित स्थानों पर गड्ढे बनाएं और गली सड़ी सब्जियों अथवा फलों से वर्मी कम्पोस्ट अथवा बायोगैस तेयार करने के लिए एक कार्यनीति बनाए। उपायुक्त ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र में बेसहारा गौवंश को गौसदनों में रखा जाए। उपायुक्त ने खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि वे पंचायत प्रधानों व अन्य चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ कचरा निष्पादन को लेकर बार-बार बैठकें आयोजित करें। पंचायत स्तर पर भी कचरे का प्रबंधन किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पंचायतें अपने क्षेत्र में कचरा निस्तारण संयंत्र स्थापित करने की व्यवस्था करें। घर-घर से कचरा एकत्र करने की समुचित व्यवस्था हो। इसके लिए पंचायतें नगर निकायों की तर्ज पर एकत्रीकरण शुल्क लगाने के लिए सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि कचरा हर क्षेत्र की समस्या है और इसके उपयुक्त डिस्पोजल के लिए पंचायती राज प्रतिनिधियों व आम लोगों का सहयोग जरूरी है। उपायुक्त ने कहा कि होटल जैसी बड़ी स्थापनाएं अपना कम्पोस्ट स्थापित करने के प्रयास करें। यह समय की मांग है। इसी प्रकार प्रत्येक होटल में सैनेटरी पैड के डिस्पोजल के लिए इन्सीनेरेटर मशीनें लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण यानि एनजीटी के दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करवाना अनिवार्य है। इसके लिए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के चालान किए जाएंगे। कचरा कहीं पर भी फैंकना नियमों के खिलाफ है और दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को कचरे के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है। अतिरिक्त उपायुक्त एस.पी. सिंह, परियोजना अधिकारी सुरजीत ठाकुर, नगर परिषद कुल्लू के कार्यकारी अधिकारी बी.आर. नेगी व खण्ड विकास अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।

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