सुरभि न्यूज़ (खुशीराम ठाकुर) बरोट। चौहार घाटी में आजकल नकदी फसल आलू की बिक्री का सीजन शुरू हो गया है। इस शूरूआती सीजन में घाटी के किसानों को नकदी फसल आलू के उचित दाम न मिलने से किसान पूरी तरह मायूस नज़र आ रहे हैं। बताते चले की घाटी में अबतक किसानों की नकदी फसल आलू 10 से 15 रूपए प्रतिकिलो ग्राम के हिसाब से बिक रही है। जिस कारण यहाँ का किसान वर्ग पूरी तरह हताश व निराश हो गया है। क्योंकि गत वर्ष पोटेटो वेली के नाम से मशहूर चौहार घाटी के किसानों का आलू शुरूआती सीजन में 20 रूपए प्रतिकिलो ग्राम तथा अंतिम सीजन में 45 रूपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से विक्रय हुआ है। चौहार घाटी के बलवीर ठाकुर, मुनीष कुमा, हरीसिंह, पदम चंद, वजिन्द्र सिंह, शेंकू राम, रती राम व मेदराम किसानों का कहना है कि जन्माष्टमी त्यौहार के चलते उन्हें नकदी फसल आलू के दामों में तेज़ी आने की पूरी आश थी मगर जन्माष्टमी का यह त्यौहार किसानों के लिए फीका रहा। उनका कहना है की गत वर्ष स्थानीय व बाहरी व्यापारी किसानों के खेतों में ही जा जाकर आलू की खरीददारी कर रहे थे। मगर इस वर्ष ऐसा कुछ भी नज़र नहीं आ रहा है। घाटी के किसानों का कहना है कि हालांकि इस वर्ष आलू की अच्छी पैदावार हुई है। इसके बावजूद भी इस वर्ष किसानों को आलू का उचित दाम नसीब नहीं हो पा रहा है। अब यहाँ के किसानों की आश आलू का उचित दाम मिलाने के लिए आने वाले दिवाली के त्यौहार पर टिकी हुई है। अगर दिवाली के त्यौहार के दौरान भी नकदी फसल आलू का उचित दाम नहीं मिला तो उन्हें आर्थिक हानि उठानी पड़ जाएगी।
2021-08-30