दियोला-सुकरेला संपर्क सड़क जनता को समर्पित, फंनौता गांव में खुलेगा आंगनवाड़ी केंद्र
सुरभि न्यूज़ चंबा। विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ हंसराज ने आज चुराह हल्के की ग्राम पंचायत दियोला के तहत विश्रामगृह से सुकरेला गांव तक नवनिर्मित संपर्क सड़क का उद्घाटन किया । इस अवसर पर लोगों से बातचीत करते हुए डॉ हंसराज ने कहा कि बहुत जल्द दियोला पंचायत के अंतिम गांव भंगोडी को भी सड़क सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी । इस संपर्क सड़क के शुरू होने से क्षेत्र के घेबा ,फंनौता ,कंड़ोली इत्यादि गांव के सैकड़ों बाशिंदों को सड़क सुविधा का लाभ मिलेगा । डॉ हंसराज ने यह भी कहा कि ग्राम पंचायत दियोला में निर्बाध पेयजल व्यवस्था को सुनिश्चित बनाने के लिए 57 लाख रुपयों की लागत से पेयजल योजना के संवर्धन कार्यों को शुरू करने के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी गई है । उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत इस पेयजल योजना के संवर्धन एवं सुधार कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा । डॉ हंसराज ने कहा कि चुराह के तहत सड़क निर्माण को लेकर विशेष प्राथमिकता रखी गई है । क्षेत्र के विकास के लिए मजबूत सड़क नेटवर्क अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष ने सड़क निर्माण को लेकर लोगों को स्वेच्छा से भूमि दान करने का भी आह्वान किया । उन्होंने कहा कि बैरागढ़ चंबा मुख्य सड़क मार्ग को डबल लेन बनाया जा रहा है, और नकरोड़ से चांजू संपर्क सड़क मार्ग का उन्नयन कार्य प्रगति पर है । इसके अलावा जसौरगढ और दियोला ग्राम पंचायतों में भी सड़क का निर्माण का कार्य जारी है । लोगों को भरोसा देते हुए डॉ हंसराज ने फंनौता गांव को सड़क सुविधा उपलब्ध करवाने की बात कही । उन्होंने यह भी बताया कि इस सड़क मार्ग को डैम तक भी जोड़ा जाएगा । विधानसभा उपाध्यक्ष ने लोगों की मांग पर फंनौता गांव में आंगनवाड़ी केंद्र खोलने की भी घोषणा की । इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष ने जसोरगढ़ पंचायत का भी दौरा किया उन्होंने इस दौरान पंचायत में जारी विभिन्न विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया और लोगों की समस्याओं का समाधान किया । इस अवसर पर अध्यक्ष पंचायत समिति कौशल्या देवी, स्थानीय पंचायत प्रधान पदमराम, सहायक अभियंता लोक निर्माण शैलेश राणा, अध्यक्ष अनुसूचित जाति मोर्चा गोविंद, अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति मोर्चा ईलम नेगी,युवा मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य त्रिलोक सहित युवक मंडल, महिला मंडल,पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि और स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।