सुरभि न्यूज़ (परस राम भारती)तीर्थन घाटी बंजार। जिला कुल्लू में उपमंडल बंजार की तीर्थन तीर्थन घाटी विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और ट्राउट मछली के लिए पर्यटन क्षेत्र में देश विदेश तक अपना नाम कमा चुकी है। यहां के दूरदराज क्षेत्रों में ही प्राकृतिक सौन्दर्य के साक्षात दर्शन होते है। इन स्थानों तक लोगों की सुविधा और पर्यटकों की पहुंच आसान बनाने के लिए सड़क मार्ग की एहम भूमिका रहती है। लेकिन तीर्थन घाटी के ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें दशकों बाद आज भी अपनी बदहाली के आंसू बहा रही है। तीर्थन घाटी की बदहाल सड़कों की दुर्दशा पर दशकों बीत जाने के बाद भी किसी ने सुध नहीं ली है। दशकों पहले बनी इन सड़कों में आजतक पक्की नालियों और पैरापीट का निर्माण नहीं हो पाया है। इन सड़कों पर कुछ स्थानों में पानी निकासी के लिए बनाई गई नालियों की दुर्दशा होने के कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि बरसाती बारिश का पानी सड़क पर बहता हुआ सड़कों के डंगो और लोगों के खेतों में भूस्खलन करके फसलों को भी तबाह कर रहा है। इन सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढों तथा दलदल के चलते यहां छोटे बड़े और दोपहिया वाहन चालकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन सड़कों पर काफी लम्बे समय से नालियों का निर्माण नहीं हो पाने के कारण स्थिती गम्भीर हो रही है। बरसात के मौसम में तो इन सड़कों पर वाहन चलाना और पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
सरकार द्वारा लोगों की सुविधा के लिए एक ओर जहां करोड़ों रुपए खर्च करके गांव गांव तक सड़कें पहुंचाई जा रही है वहीं दूसरी ओर विभागीय अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के कारण यह सड़कें बदहाल हो रही है जो खुद ही अपनी सच्चाई को ब्यान कर रही है। इन सड़कों के रखरखाव और सौंदर्यकरण की जिमेवारी लोक निर्माण विभाग की है। यहां के लोगों द्वारा कई बार अधिकारिओं शासन प्रशासन और चुने हुए जन प्रतिनिधियों से सड़कों की बदहाली बारे अवगत करवाया गया लेकिन कोरे आश्वासनों के सिवा धरातल स्तर पर कुछ भी कार्य नहीं हो रहा है। इन सड़कों के रखरखाव और सौंदर्यकरण के सारे दावे सरकारी फाइलों की शोभा बढ़ा रहे है जो यहां के लोगों की अपेक्षाओं पर पानी फेरते हुए नजर आ रहे हैं। तीर्थन घाटी के हजारों लोगों को लाभान्वित करने वाली यह सड़कें आज अपनी बदहाली वयान कर रही है। इन सड़कों पर कुछ स्थानों पर पानी की निकासी के लिए जो नालियां बनाई गई है उनमें मिट्टी और मलबा भर गया है तथा घास और झाड़ियां उगी गई है। हल्की सी बारिश में भी पानी सड़क से बहता हुआ लोगों के खेतों और मकानों में चला जाता है जिस कारण लोगों के खेतों में भूस्खलन होता है और उनकी फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचता है। सड़क किनारे बनी नालियों में पानी की उचित निकासी न होने के कारण सड़क को तो नुकसान पहुंचता ही है इसके साथ ही भूस्खलन का खतरा भी बढ़ जाता है। यहां की जनता दशकों से इन सड़को की बदहाली का दंश झेलने को मजबूर है।\
ग्राम पंचायत मश्यार की प्रधान शांता देवी और तुंग वार्ड की समिती सदस्य कमला देवी का कहना है कि पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण तीर्थन घाटी को जोड़ने वाली मुख्य सड़क बंजार से बठाहड, देहुरी से शनाड सड़क मार्ग, नगलाड़ी से शर्ची सड़क मार्ग, गुशैनी से पेखड्डी सड़क, गुशैनी से तिंदर सड़क और अन्य सभी सड़के बदहाल हुई है। इन्होंने बताया अधिकारिओं को इस समस्या बारे अवगत करवाया गया लेकिन इसके बावजूद भी इन सड़कों की सुध नहीं ली जा रही है जिस कारण क्षेत्र की जनता में भारी रोष व्याप्त है। इन्होंने सरकार से मांग की है कि तीर्थन घाटी की बदहाल सड़कों और पुलों का समय रहते उचित रखरखाव किया जाए। बंजार विधानसभा क्षेत्र आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष पूर्ण चन्द ने विभाग और प्रशासन से आग्रह किया है कि शीघ्र ही तीर्थन घाटी की इन बदहाल सड़कों की सुध ली जाए। इन्होंने कहा है सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए खर्च होने के बाबजूद भी लोगों को समय रहते इन सड़कों का लाभ नहीं मिल रहा है। इन्होंने आगाह किया है कि यदि शीघ्र ही इन बदहाल सड़कों की स्थिती को सुधारा नहीं जाता है तो आम आदमी पार्टी आने वाले समय में आन्दोलन करेगी।