सुरभि न्यूज़ चंडीगढ़ । दिवाली के पंचपर्व 6 नवंबर को भाई दूज के साथ संपन्न हो गए। देवप्रबोधिनी एकादशी तथा तुलसी विवाह भी 15 नवंबर को पड़ रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा श्री सत्य नारायण व्रत भी 19 नवंबर को होंगे। कालभैरवी अष्टमी तथा उत्पन्ना एकादशी क्रमशः 27 व 30 नवंबर को होंगी। उल्लेखनीय है कि नवंबर में तीन एकादशियां पड़ रही है। पहली 14 तथा 30 नवंबर को एकादशी हैं। धार्मिक एवं ज्योतिषीय दृष्टि से एक माह में 3 एकादशियों का पड़ना शुभ माना जाता है। यही नहीं तुला राशि में 3 ग्रहों की युतियां भी बन रहीं हैं। दो तारीख को बुध तुला राशि में आ गए। सूर्य 16 नवंबर को वृश्चिक राशि में आ जाएंगे और गुरु, 20 नवंबर को कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। गुरु मकर राशि में शनि के साथ थे परंतु अब 21 नवंबर की रात्रि बृहस्पति मकर से कुंभ राशि में आ जाएगे और 13 अप्रैल,2022 तक इसी में रहेंगे। गुरु के इस राशि परिवर्तन से लोगों और देशों में कई तरह के सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। इसी महीने 19 नवंबर को अंतिम चंद्र ग्रहण भी लगेगा।
नवंबर में इन 4 राशि वाले लोगों को अधिक लाभ मिलेगा
मेष राशि- नवंबर का महीना खुशियों से भरा है। बुध ग्रह जातकों को धन लाभ प्रदान करवाने वाला है। नौकरी में सैलरी को लेकर सफलता मिलेगी। कारोबार में भी अच्छा खासा मुनाफा मिलने के योग हैं। सूर्य और गुरु का मेष राशि को जातकों में परिवर्तित होना शुभ रहेगा। मिथुन-कुछ समय से चल रही परेशानियां अब धीरे-रे कम हो रही हैं। इसके साथ ही इस राशि के जातकों को करियर में सफलता मिलेगी। गुरु के कुंभ राशि में आने पर शिक्षा और रोजगार में अच्छी प्रगति के संकेत बन रहे हैं।
कन्या राशि-शुर्य का गोचर सफलता देने वाला है। व्यापार में जमकर मुनाफा होने वाला है। नए व्यापार की शुरुआत भी हो सकती है। गुरु का शुभ प्रभाव भी कन्या राशि के जातकों पर पड़ेगा।
मकर राशि-मकर राशि के जातकों के लिए नवंबर का महीना बेहद खास है। जो नौकरी कर रहे हैं उनके लिए उस लिहाज से महीना खास नहीं है। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा इसके साथ ही जीवन में कुछ खास बड़े बदलाव भी होंगे।
नवंबर में लगने जा रहा है साल का आखिरी चंद्र ग्रहण
अब 19 नवंबर को साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण शुक्रवार को लगने जा रहा है। ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। ग्रहण की शुरुआत 11.32 AM से होगी और इसकी समाप्ति रात 05.33 बजे पर होगी। चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में लगने जा रहा है। इसलिए इस राशि और नक्षत्र के लोगों पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। भारत, उत्तरी यूरोप, अमेरिका , पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर के इलाके में ग्रहण दिखाई देगा। भारत में ये ग्रहण उपच्छाया मात्र ही दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल प्रभावी नही होगा।