सुरभि न्यूज़ चंबा। जिला स्तरीय पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की नियामक समिति की बैठक उपायुक्त चंबा डीसी राणा की अध्यक्षता आयोजित कि गयी। उपायुक्त चंबा डीसी राणा कहा कि जिला के पैराग्लाइडिंग स्थल खज्जियार, नैनीखड़ व खड्डी तथा चमेरा बांध जलाशय प्रथम में तलेरु बोटिंग प्वाइंट में साहसिक खेलों से जुड़े सुरक्षा मानकों की अनुपालना कड़ाई से सुनिश्चित बनाई जाए। उन्होंने कहा कि सहासिक खेलों से जुड़े हित धारकों व पर्यटकों की सुरक्षा के लिए उपमंडल अधिकारी चंबा व सलूणी खंड स्तर पर वाटर स्पोर्ट्स और संबद्ध गतिविधियों के संचालन के लिए एक तकनीकी समिति का गठन करें।
उन्होंने सामान्य सुरक्षा मानदंड का जिक्र करते हुए कहा कि वाटर स्पोर्ट्स और समृद्ध गतिविधियों का संचालन केवल सीमांकित क्षेत्रों, मार्गों व अनुकूल मौसम को ध्यान में रख कर ही किया जाए। उन्होंने कहा कि यह समिति पैराग्लाइडिंग टेकऑफ और लैंडिंग साइटों पर तथा वोटिंग स्थल पर स्थिति की निगरानी के लिए प्रभावी कदम उठाएं और आवश्यक मूलभूत संसाधन भी जुटांऐ।उन्होंने कहा कि उपमंडल स्तरीय नियामक समिति में हिमाचल गृह रक्षक के जवान पैराग्लाइडिंग व जल क्रीडा स्थल पर सुचारू प्रबंधन का जिम्मा देखेंगे।
साहसिक खेलों से जुड़े पर्यटकों के हस्ताक्षरित क्षतिपूर्ति बांड और पायलटों के लाइसेंस की जांच, पंजीकरण, यात्रियों का विवरण ऑपरेटर के नाम, ग्लाइडर की विशिष्ट पहचान संख्या व मौसम संबंधी जरूरी दिशानिर्देशों की सूचनाओं का डाटा अपडेट करेंगे। उपायुक्त ने इस बात पर बल देते हुए कहा कि वन विभाग चिन्हित जीपीएस ट्रैकिंग रूट के माध्यम से जिला की भौगोलिक परिस्थितियों से जलवायु व मौसम की जानकारी का डाटा भी पर्यटकों की सुविधा हेतु डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सांझा करेंगे।
आपात स्थिति से निपटने के लिए जरूरी सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य, वन विभाग व पर्वतारोहण संस्थान केंद्र भरमौर के अधिकारी आपसी समन्वय के साथ सर्च एंड रेस्क्यू टीम के लिए मुहैया करवाएंगे। उपायुक्त ने यह भी कहा कि जिला में और साहसिक खेलों के आपार संभावनाओं को तलाशने के लिए भी संबंधित विभाग जरूरी कदम उठाएं।