तीर्थन घाटी में भारी बारिश ने मचाई तबाही, जगह जगह भूस्खलन से कई सड़क मार्ग बन्द

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सुरभि न्यूज़

परस राम भारती, गुशैनी बंजार

हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में मानसूनी बरसात ने तबाही का मंजर बरपाना शुरू कर दिया है। बीते चार दिनों से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदी नाले उफान पर है।

तीर्थन ग्राम पंचायत पेखड़ी में आज सुबह पहाड़ी दरकने से तीर्थन नदी में रोपा नामक स्थान पर झील सी बन गई है। वहीं गुशैनी पेखड़ी सड़क मार्ग पर रूपाजानी गांव के पास भूस्खलन से बड़ी बड़ी चट्टाने सड़क पर गिर गई है जिस कारण  सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बन्द हो गया है। चट्टाने खिसक रही है जिस कारण लोगों के रिहायशी मकानों को खतरा हो गया है।

जानकारों के अनुसार भारी बारिश और भूस्खलन के कारण लोगों को जान माल के खतरे का अंदेशा बना हुआ है। कई लोगों के घरों और खेतों में पानी घुस रहा है। रोपा गांव में कई लोगों की पुश्तैनी जमीन नदी में आई बाढ़ की भेंट चढ़ गई है जिससे घाटी में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है और लोगों का काफी नुकसान भी हुआ है। गांववासियों द्वारा स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान और प्रशासन को इस बारे में सुचित कर दिया गया है।

इस समय तीर्थन घाटी की मुख्य सड़क बंजार गुशैनी बठाहड को छोड़ कर अधिकतर सम्पर्क सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बन्द पड़ी है। लोक निर्माण विभाग द्वारा कुछ सड़कों पर मशीनें भेजी गई जो सड़क बहाली के कार्य में जुटी है। लोगों को पैदल सफर करके अपने गंतव्य की ओर जाना पड़ रहा है।

आज प्रातः से लगातार हो रही बारिश के कारण नाही घाट लाकचा निर्माणाधिन सड़क मार्ग पर रोपा गांव के सामने पहाड़ी दरकने से भारी भरकम चटाने नदी में गिरी जिस कारण तीर्थन नदी में झील सी बन गई है। अभी लगातार पहाड़ी से चट्टाने खिसकने का अंदेशा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि जान माल की सुरक्षा हेतु उचित कार्यवाही की जाए।

ग्राम पंचायत पेखड़ी के उप प्रधान वीरेन्द्र भारद्वाज ने बताया कि भारी बारिश के कारण कई स्थानों से भूस्खलन की सुचना मिली है। जिस बारे प्रशासनिक अधिकारियों को सुचित कर दिया गया है। इन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि नदी नालों के पास न जाएं और पैदल चलते समय भी सावधानी बरतें।

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