सुरभि न्यूज़
कुल्लू
कुल्लू जिला के मुख्यालय के साथ लगते हुए ग्राम पंचायत मौहल में नशा निवारण को लेकर एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन गांम पंचायत मौहल व रिहैब्लिटेशन सेंटर फार एडिक्ट गुंजन संस्था व जिला कल्याण समिति कुल्लू द्वारा किया गया। इसमें स्थानीय विभिन्न महिला मंडल व युवक मंडलों के लोगों को नशा निवारण के बारे में जानकारी दी गई।
तहसील कल्याण अधिकारी राजीव वेद द्वारा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। एकीकृत पुर्नवास केंद्र मौहल से ललिता शर्मा ने बताया कि नशे की बीमारी का इलाज संभव है अगर व्यक्ति को केन्द्र में लाया जाए तो केन्द्रों में इलाज के लिए दवाइयों और परामर्श का उपयोग किया जाता है।
काउंसलिंग के दौरान नशे की लत से छुड़वाने के लिए मेडिटेशन, मेडिकेशन, इंडिविजुअल काउंसलिंग, ग्रुप काउंसलिंग व फैमिली काउंसलिंग दी जाती है । आज प्रदेश में सैंकडों लोग अपना इलाज करवाकर खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर दिव्या वर्मा ने युवाओं केा संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में नशा एक बड़ी समस्या बनता हुआ नजर आ रहा है ऐसे में एक और जहां नशे की चपेट में युवा आ रहे है तो वहीं अब महिलाएं और युवतियां भी इससे अछूती नहीं है जिसके तहत सामाजिक न्याय एंव अधिकाारिता विभाग के सहयोग से हिमाचल का पहला एकीकृत नशा निवारण केंद्र भुन्तर में खोला गया है।
जिसमें पुनर्वास और नशा निवारण के लिए 15 बिस्तरों का अस्पताल खोला गया है। केन्द्र में डाॅक्टर सहित नर्स, मनोचिकित्सक, कांउसलर सहित 12 लोगों का स्टाफ सेवाएं दे रहे है।
कार्यक्रम में ग्रांम पंचायत की प्रधान ईशरा देवी ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस तरह की जानकारी हर गांव के व्यक्ति को होनी चाहिए ताकि हमारा युथ नशे से दूर रहे। कार्यक्रम में वार्ड पंच, आशा वर्कस, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, युवा मण्डल व महिला मण्डल उपस्थित रहे।