सुरभि न्यूज़
कुल्लू, 5 अक्तूबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कुल्लू के ढालपुर मैदान में अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव की रथ यात्रा में भाग लेकर इतिहास में नाम दर्ज हो गया ।
उलेखनीय है कि भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी देश के गृहमंत्री रहते हुए कुल्लू दशहरा उत्सव में पहुंचे थे। बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऐसे शख्स हैं इस उत्सव का हिस्सा बने।
इस अवसर पर ढालपुर मैदान में उमड़ी हजारों लोगों की भीड़ के बीच प्रधानमंत्री ने भगवान रघुनाथ को नमन किया। प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़कर सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया तथा कुल्लू जिले के कोने-कोने से आए देवी-देवताओं की सुंदर पालकियों के साथ निकली भगवान रघुनाथ की भव्य रथ यात्रा के साक्षी बनें।
इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर और सांसद एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस समारोह में शामिल हुए।
सन 1660 ई. में शुरू हुए कुल्लू दशहरा उत्सव में यह पहला मौका है जब देश के प्रधानमंत्री ने उत्सव का आगज करते हुए भगवान रघुनाथ की पावन रथ यात्रा में शिरकत की और भगवान रघुनाथ के चरणों में शीश नवा कर उनका आशिर्वाद लिया।
जहां पर उन्होंने ढालपुर के रथ मैदान में भगवान रघुनाथ की रथ खत्रा में अपनी हाजिरी भरी और रघुनाथ की पालकी के पास जा कर उनके आगे शीश नवा कर उनका आशिर्वाद लिया। इस तरह से नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर इतिहास में दर्ज होंगे, जिन्होंने दशहरा उत्सव में शिकरत की।
कुल्लू के दशहरा उत्सव में प्रधानमंत्री मोदी के लिए अटल सदन के प्रांगण में विशेष बालकनी बनाई गई। इस जगह से रथ मैदान 10 मीटर दूर है। रथ मैदान को सुरक्षा के लिहाज से चारों तरफ से होर्डिंग लगाकर कवर किया गया। लोगों को मैटल डिटेक्टर से गुजारकर रथयात्रा के लिए भेजा गया।
ल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री बिलासपुर से हैलिकाप्टर द्वारा भुंतर हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहां से वाहन द्वारा लगभग 3ः 13 पर ढालपुर के रथ मैदान पहुंचे। वहां पर पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले रथ मैदान में उनके स्वागत को खड़े लोगों का अभिनंदन किया। उसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचली टोपी पहनाकर उनका परंपरागत स्वागत किया।
इस मौके पर उन्हें भगवान राम के परिवार की मोहक तस्वीर भी भेंट की गई। उसके बाद लगभग 3ः36 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच से नीचे उतरे और मैदान में भगवान रघुनाथ की पालकी के पास पहुंच कर भगवान रुघनाथ के आगे शीश नवा कर उनका आशिर्वाद लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 47 मिनट रथ मैदान के साथ देवसदन के प्रांगण में बनाए गए विशेष मंच पर विराजमान रहे।
प्रधानमंत्री 10 दिन में दूसरी बार हिमाचल आए हैं। इससे पहले 24 सितंबर को ही उनकी मंडी में रैली थी। हालांकि बारिश की वजह से मोदी मंडी नहीं पहुंच पाए थे और उन्होंने वर्चुअली उस रैली को संबोधित किया था। हिमाचल प्रदेश में इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा कि उन्हें कई साल बाद कुल्लू दशहरे में शामिल होने का मौका मिला है। इससे पहले जब वह भाजपा में हिमाचल के प्रभारी हुआ करते थे, तब कुल्लू दशहरे में शामिल हुए थे
उसके बाद वह लोगों का अभिवादन करते हुए वापिस दिल्ली लौट गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली लौट जाने के बाद रथयात्रा में सभी देवी-देवता पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।