सुरभि न्यूज़ ब्युरो
जोगिन्दर नगर, 01 अप्रैल
एक से पांच अप्रैल तक मनाये जाने वाले राज्य स्तरीय लघु शिवरात्रि मेला जोगिन्दर नगर का आज विधिवत शुभारंभ हो गया। पुराने मेला मैदान में चौहार घाटी के आराध्य देव श्री हुरंग नारायण व पहाड़ी बजीर देव श्री पशाकोट सहित उपस्थित समस्त देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के बाद आराध्य देव श्री हुरंग नारायण व देव श्री पशाकोट की अगवानी में देवी-देवताओं की भव्य जलेब निकली। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने जलेब की अगवानी की। इसके बाद उपायुक्त ने मेला मैदान जोगिन्दर नगर में मेले का झंडा फहराकर विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर निदेशक राजस्व प्रशिक्षण संस्थान जोगिंदर नगर सतीश कुमार शर्मा भी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
इस मौके पर उपायुक्त अपूर्व देवगन ने समस्त प्रदेश वासियों को लघु शिवरात्रि मेला जोगिन्दर नगर की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि देव संस्कृति और देव आस्था हमारी प्राचीन व समृद्ध संस्कृति का एक अहम हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि मेले व त्यौहार हमारी पुरातन संस्कृति और जीवन शैली के मूल आधार हैं। इन लोक उत्सवों, मेलों व त्योहारों के माध्यम से नई ऊर्जा, नए उल्लास, नई उमंग और नए उत्साह का संचार होता है। उन्होंने कहा कि इन मेलों के आयोजन से न केवल आपसी भाईचारे की भावना को बल मिलता है बल्कि इस तरह के आयोजन सांप्रदायिक सद्भाव को सुदृढ़ बनाने तथा सांस्कृतिक विरासत को सहेजने में भी अहम योगदान देते हैं।
उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश की समृद्ध देव संस्कृति की पहचान न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी है। लघु शिवरात्रि मेला जोगिन्दर नगर में प्रतिवर्ष हमारी श्रद्धा व आस्था के प्रतीक सैंकड़ों देवी-देवता अपना आशीर्वाद देने यहां पहुंचते हैं। देवी देवताओं के आगमन से पूरा जोगिन्दर नगर देवमयी हो जाता है। साथ ही कहा कि मेले के दौरान देवी-देवताओं के आगमन एवं मेल मिलाप से जहां हमारी प्राचीन देव संस्कृति को बल मिलता है तो वहीं अधिक मजबूत व समृद्ध भी होती है। साथ ही इस तरह के आयोजनों से हमारी नई पीढ़ी को देश की इस समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जानने व सहेजने का सुअवसर भी प्राप्त होता है।