सुरभि न्यूज़, कुल्लू।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का अधिवेषन कुल्लू के राजकीय महाविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। अधिवेषन में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् की प्रदेषाध्यक्षा डॉ रीता सिंह ने मुख्यतिथि के रूप से भाग लिया जबकि विषेष अतिथि के रूप में वन विभाग से सेवा निवृत उच्च अधिकारी चंन्द्र षेखर सिंह ने भाग लिया। मुख्यतिथि ने विद्यार्थीयों को समबाधित करते हुए बताया कि विद्यार्थी परिषद पुरे भारत में अपनी अहम भूमिका निभा रही है। देेष के युवाओं को विद्यार्थी परिषद हर क्षेत्र में युवाओं का मार्ग दर्षन कर रही है। उन्होनें विद्यार्थीयों को साहित्य के प्रति आगे आने के लिए प्रेरित किया तथा साहित्य के माध्यम से गलत रास्ते पर जा रहे युवाओं को सही मार्ग दिखा सकते है।
विषेष अतिथि चंन्द्र षेखर सिंह ने सम्बोधित करते हुए बताया कि सन् 1975 से 1977 तक विद्यार्थीयों ने किस तरह समूचे देष में अपनी मांगों के लिए आलोदंन किया। उस समय विद्यार्थी सघर्ष समिति व राष्ट्रिय सघर्ष समिति के नाम से जाना जाता था बाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नाम पडा। 19़75 में समूचे देष में अपनी हक के लिए बहुुत बड़ा सघर्ष किया था जिसके कारण तीन साल तक कालेजों में कोइ भी सत्र नहीं हुआ सभी विष्वविद्यालय व कालेज तीन साल तक बंद रहे और किस तरह उस समय की सता ने छत्रों को प्रताडित किया। उन्होने आज के युवा वर्ग का मार्गदर्षन करते हुए कहा कि वह अपने को किसी गलत रास्ते पर न ले जाएं और अपने परिवेष में किसी को गलत रास्ते में जाने दें। इस समय देष में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की लगभग 35 लाख सदस्य है और पांच हजार के लगभग षाखाएं हर क्षेत्र में राष्ट्र का निर्माण कर रही हैं।