सुरभि न्यूज़ कुल्लू। कुल्लू कार्निवाल में हो रही नाट्य प्रस्तुतियों में सातवीं और कार्निवाल की अन्तिम प्रस्तुति में हिमाचल के उत्सव – यूनाईटेड थिएटर सोसाइटी एण्ड आर्ट विलेज मंडी के कलाकारों ने हिमाचली लेखक डाॅ दिनेश धर्मपाल की कहानियों से प्रेरित नाटक अपनी शर्ताें पर’ का मार्मिक मंचन किया। नाटक का नाट्य रूपान्तरण् और निर्देशन रंगकर्मी दक्षा शर्मा ने किया।
नाटक की शुरूआत रेलवे स्टेशन पर बैठी एक अकेली औरत से होती है जो ट्रेन का इन्तज़ार कर रही है और उसके आस पास जो मर्द आ जा रहे हैं चाहे वह चाय वाला हो, या और सवारियां हों उस कुछ ऐसी दृष्टि से देखते हैं कि ज़ाहिर होता है कि वे सोच रहें हैं कि इतनी रात में एक अकेली औरत कहां जा रही है। वहीं से नाटक फ्लैश बैक में जाता है। नाटक में जहो एक स्त्री के आत्म सम्मान को केन्द्रित किया गया है वहीं स्त्री जो एक परिवार को संजो कर रखती है जिसके कारण परिवार बनता है। नाटक में एक स्त्री जसमीत है जिसकी शादी उसके प्रेमी से न होकर एक और पुरुष से होती है जो उसे बहुत प्यार करता है। वह अपने पति और देवर के साथ रहती है। एक दिन उसका देवर शराब पीकर उसके पति की अनुपस्थिति में उसका ब्लातकार कर देता है।
जब वह अपने पति को बताती है तो वह परिवार की इज्ज़त की दुहाई देकर उसे चुप रहने के लिए कहता है और साथ ही यह भी कहता है कि तेरा कुछ नहीं बिगड़ा है तू अपने देवर को हाथ में रखेगी तो ज़मीन का बंटवारा भी नहीं होगा। पर जसमीत स्वभिमानी है और वह घर से चली जाती है और साथ ही पति को मंगल सूत्र भी वापिस दे देती है। अन्ततः वह दर्शकों से पूछती है कि क्या एक औरत को अपनी मर्ज़ी से और आत्मसम्मान से जीने की इजाज़त है या नहीं। कब तक मर्दों की इच्छा का ही सम्मान करती रहेगी। नाटक में दीप कुमार, दक्षा शर्मा, चेतन कपूर, मुनीष कपूर व वेद कुमार आदि ने अभिनय किया।