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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू
मुख्य संसदीय सचिव हिमाचल प्रदेश सरकार सुंदर सिंह ठाकुर नें जिला कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल में निर्माणधीन जिला प्रारंभिक हस्तक्षेप केंद्र (DEIC) का निरिक्षण किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुल्लू डॉ० एन०आर पवार एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ० नरेश चंद विशेष रूप से मौजूद रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुल्लू डॉ० एन०आर पवार नें जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रारंभिक हस्तक्षेप केंद्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं साम्फिया फाउंडेशन का एक संयुक्त कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के परिसर में मुखत: 0-8 साल के दिव्यांग बच्चों के लिए विभिन्न तरह की थैरेपी सुविधाएं मुहिया कराई जाएगी।
सुंदर सिंह ठाकुर नें इस प्रोजेक्ट की सराहना करते हुए कहा कि जिला कुल्लू में इस तरह कि थैरेपी सेवाएँ एक ही छत के निचे मिल रही है जो कि क्षेत्र वासियों के लिए ख़ुशी का विषय है और इस के अंतर्गत बैरा (सुनने कि जांच) जैसे टेस्ट भी उपलब्ध होंगे जिसके लिए आमतौर पर हमें शिमला या चंडीगढ़ जाना पड़ता है।
डॉ० श्रुति भारद्वाज,निदेशक साम्फिया फाउंडेशन नें जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा दिव्यांग बच्चों के विकास के लिए DEIC नामक परियोजना बहुत ही सरहानीय कदम है और हम बहुत भाग्य शाली हैं कि इस नेक कार्य के लिए हमारी फाउंडेशन सरकार के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर कार्य करेगी।
जिस दौरान साम्फिया फाउंडेशन के निदेशक रेखा ठाकुर व कार्यक्रम प्रबंधक बीजू हिमदल भी मौजूद रहे।