सुरभि न्यूज़
ख़ुशी राम ठाकूर, बरोट
मौसम के बदलते मिज़ाज के चलते गत तीन दिन से लगातार हो रही तेज तूफानी मूसलाधार वर्षा, ओलावृष्टि और हिमपात से चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल के लोगों की मुशिकलें बढ़ा दी है। तेज तूफानी वर्षा तथा ओलावृष्टि के कारण भूस्खलन होने से जहां वन संपदा को भारी नुक्सान हुआ है वहीँ किसानों की उपजाऊ जमीन पर बीजी गई नगदी आलू की फसल पूरी तरह दब गई है। इसके साथ ओलावृष्टि के साथ हुए तेज तूफ़ान से दोनों घाटियों किसानों की जौ, गेहूं, मटर, धनिया, सरसों व लुहसन आदि की फसलें तवाह हो गई है। साथ में बागवानों के फलदार पौधों में हो रही फ्लावरिंग को भी पूरी तरह नष्ट कर दिया है। जिस कारण यहाँ के किसानों व बागवानों की चिंता बढ़ जाना स्वभाविक है। दुर्गम गाँवों में बिजली व पानी व्यवस्था प्रभावित हुई है वहीँ हिमपात तथा वर्षा के चलते बहने वाली मुख्य ऊहल व लंबाडग नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। ताज़ा हिमपात होने से यहाँ पर प्रचंड ठण्ड का प्रकोप भी बढ़ गया है। मूसलाधार वर्षा के कारण जगह–जगह ल्हासे, पत्थर तथा पेड़ आदि गिरने के कारण मुल्थान–बड़ा ग्रां 16 किलोमीटर सड़क मार्ग बुधवार शाम से यातायात के लिए पूरी तरह बंद हो गया है। जिस कारण दो निजी बसें तथा दर्ज़नो छोटे वाहन बड़ा ग्रां में फंस गए हैं। हालांकि लोक निर्मान विभाग ने इस सड़क मार्ग की बहाली के लिए जेसीबी मशीन को लगा दिया है जो कि युद्ध स्तर पर कार्य में जुटी हुई है। लोक निर्माण विभाग के कनिष्ट अभियंता मनीष सूद ने मुल्थान–बड़ा ग्रां सड़क मार्ग को अगर मौसम साफ़ रहा तो वीरवार शाम तक बहाली की पूरी उम्मीद जताई है