कुल्लू में उपायुक्त तोरुल एस रवीश की अध्यक्षता में जिला रेडक्रॉस सोसायटी की वार्षिक बैठक  की गई आयोजित

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू, 26 सितंबर
जिला रेड क्रॉस सोसायटी, कुल्लू की वार्षिक आम बैठक  आज  बहुउद्देशीय हॉल, बचत भवन, ढालपुर, कुल्लू में उपायुक्त-सह-अध्यक्ष, डीआरसीएस, कुल्लू  तोरुल एस रवीश की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में  वर्ष 2023-24 के लिए वार्षिक रिपोर्ट,वार्षिक लेखा परीक्षा  को अनुमोदित किया गया।  वर्ष 2024-25 के लिए लेखा परीक्षा आयोजित करने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट की नियुक्ति को मंजूरी प्रदान कि गई।
उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने बैठक में जानकारी दी कि  रेड क्रॉस के अंतर्गत कुल्लू जिला में जिला दिव्यांग  पुनर्वास केंद्र, अर्ली इंटरवेंशन सेंटर तथा नशे की रुग्णता से ग्रस्त महिलाओं के लिए इरका केंद्र संचालित किया जा रहे हैं।  उन्होंने कहा कि नशे  से ग्रसित होने को एक टेबू  के रूप में न लेते हुए इसका एक बीमारी की तरह समझना चाहिए तथा सभी सदस्य अपने-अपने क्षेत्र में इस बात को सुनिश्चित करें कि अपने जिला एवं प्रदेश के बच्चे और बच्चों को इस बीमारी से बाहर निकालने के लिए इलाज ही एकमात्र तरीका है।
उपायुक्त ने कहा कि रेड्क्रस के माध्यम से गरीब तथा ज़रूरतमंद लोगों के कल्याण में सहयता कि जाती है तथा अब जिला में उपमंडल स्तर पर रेड क्रॉस की इकाइयां गठित हो चुकी है। बंजार तथा निरमंड  में रेडक्रॉस भवन के लिए भूमि चिन्हित की जा चुकी है शीघ्र ही यहां पर भवन का निर्माण आरंभ किया जाएगा साथ ही आनी  तथा मनाली में रेडक्रॉस भवन के लिए भूमि को चयन  करने का भी कार्य चल रहा है।

उन्होंने सभी सम्मानित सदस्यों को इस वार्षिक आम बैठक में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा की जनकल्याण की इस मुहिम को और अधिक बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें तथा रेड क्रॉस के आदर्श वाक्य को जीवन में उतारने के लिए सभी को साथ में चलाएं ताकि बच्चों को नशे  से दूर रखकर मानवीय भावनाओं का विकास सुनिश्चित किया जा सके उन्होंने कहा कि बेहतर कार्य करने वाले सदस्यों को जिला रेड क्रॉस मेला में सम्मानित भी किया जाएगा तथा उन्हें विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में रेड क्रॉस जिला प्रबंधक समिति में जोड़ा जाएगा।

उन्होंने सभी से आग्रह किया कि टीबी के मरीज को अतिरिक्त पोषण के लिए रेड क्रॉस की ओर से भी मदद की जाती है तथा जिले में कोई भी मरीज ऐसा न छूटे  जिसे पोषण की कमी हो इसके लिए सभी सदस्य अपनी ओर से यथासंभव मरीजों को अडॉप्ट अथवा स्पॉन्सर भी कर सकते हैं।

उपायुक्त ने बैठक में लिए गये निर्णय को अमलीजामा पहनाने पहनाने के निर्देश दिये ताकि सभी पात्र लोग लाभान्वित हो सकें। उपायुक्त ने बताया कि रेड्क्रोस के एम्बुलेंस बेड़े में नया शव वाहन का प्रावधान किया जायेगा जिसका किसी निगम या गैर सरकारी संस्था के सीएसआर माध्यम से इंतजाम किया जाएगा ताकि सुदूर क्षेत्रों तक भी इसकी सेवाएँ मिल सके। यह वाहन संभवत नवंबर माह तक ही उपलब्ध हो जाएगा। इन्होंने कहा कि भविष्य में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र का विस्तार किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
इसके अतिरिक्त विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य जांच एवं दिव्यांग शिविर आयोजित किए जाएंगे। उपायुक्त कहा  कि इन शिविरो के साथ ही आधार अपडेशन की सुविधा भी प्रदान करें ताकि लोगों को इसके लिए दूर न जाना पड़े। उन्होंने जिला रेड क्रॉस मेला आयोजित करने के लिए तथा आने वाले समय में पौधरोपण अभियान के लिए भी रूपरेखा तैयार करने की भी बात कही । बैठक में गैर सरकारी सदस्यों द्वारा सुझाव दिया गया कि स्वास्थ्य जांच शिविर जिले के विभिन्न हिस्सों में भी लगाई जाए ताकि स्थानीय लोग विशेषकर वरिष्ठ नागरिक इससे लाभान्वित हो सके।
बैठक की कार्रवाई का संचालन सहायक आयुक्त शशिपाल नेगी ने किया। उन्हों ने जानकारी दी कि  विभिन्न रोगियों को समय समय ऑपरेशन के लिए प्रदान की गई सहायता राशि को तथा बाढ़ में गत वर्ष में आई आपदा से राहत स्वरूप विभिन्न कार्यों को रेडक्रॉस के माध्यम से निष्पादित किया गया।  आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को तुरंत राहत के रूप में जिला रेडक्रॉस द्वारा 3700 तिरपाल, 50 गद्दे, 300 बाल्टियाँ इत्यादि प्रदान की गई थीं। इसके अतिरिक्त राज्य रेड क्रॉस की ओर से भी तिरपाल, कम्बल, बाल्टियां, किचन सेट, हाइजीन किट, फैमिली टेंट इत्यादि वितरित किए गए। अभी तक विभिन्न गैर सरकारी संगठनों सहित रेड क्रॉस के माध्यम से कुल 10 हज़ार से अधिक तिरपाल वितरित किए गए हैं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नागराज पवार, जिला रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव वीके मोदगिल, सदस्य शालिनी नेगी, विमला ठाकुर, डा जोगिन्दर ठाकुर, वेद राम ठाकुर व अन्य उपस्थित थे।

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