उन्होंने निर्देश दिए कि नशे के उन्मूलन के लिए विभिन्न स्तरों पर सूचना, शिक्षा एवं संचार को बढ़ावा देते हुए जन जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है।
बैठक में जानकारी दी गई कि कल्याण विभाग द्वारा इस संबंध में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से तथा जैम सेशन करवा कर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत किया जा रहा है। पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन से जुड़ी हुई गतिविधियों के सभी केन्द्रों पर अनिवार्य रूप से ड्रग टेस्ट भी करवाए जा रहे हैं।
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि इस कार्य में गैर सरकारी संस्थाओं, समाजसेवियों तथा समाज कार्य से जुड़े हुए स्वयंसेवकों को भी अभियान का एक हिस्सा बनाया जाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि इस संबंध में व्यापक जानकारी फैलाने के लिए नशे के दुष्प्रभावों तथा कोटपा कानून की जानकारी से संबंधित वीडियो क्लिप बनाकर सभी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के बीच में पहुंचाए जाएं तथा नशे से संबंधित पर्यटन स्थलों में नशे की मांग को हतोत्साहित करते हुए साफ सुथरा पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए।