जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुल्लू (DLSA Kullu) द्वारा आज साम्फिया फाउंडेशन, कुल्लू में एक विशेष विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य बच्चों और उनके अभिभावकों को उनके विधिक अधिकारों तथा निःशुल्क विधिक सहायता योजनाओं के प्रति जागरूक करना था।
इस अवसर पर D.R. Bhardwaj, Deputy Chief Legal Aid Counsel ने साम्फिया में आने वाले बच्चों के अभिभावकों एवं संस्था के स्टाफ को NALSA Toll-Free Number तथा Child Friendly Scheme 2024 के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह योजना विशेष रूप से बच्चों के अनुकूल न्याय प्रणाली और विधिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रारंभ की गई है।
इसके अतिरिक्त, भारद्वाज ने NALSA की “Legal Services to Mentally Ill Persons and Persons with Intellectual Disabilities” Scheme 2024 की जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना मानसिक रोगियों और बौद्धिक विकलांगता से ग्रसित व्यक्तियों को सुलभ, गरिमापूर्ण एवं सम्मानपूर्वक विधिक सहायता प्रदान करने हेतु शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य इन व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करना, उन्हें समुचित विधिक जानकारी देना और आवश्यकतानुसार उन्हें न्यायिक सहायता सुनिश्चित करना है।
उन्होंने यह भी बताया कि कमजोर वर्गों, विशेष रूप से बच्चों, महिलाओं, दिव्यांगजनों और अनुसूचित जाति/जनजातियों को प्राथमिकता के आधार पर निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान की जाती है। उपस्थित जनों से आग्रह किया गया कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और ज़रूरत पड़ने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से संपर्क करें।
साम्फिया फाउंडेशन की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. श्रुति भारद्वाज ने इस शिविर के आयोजन हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुल्लू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास समाज में विधिक जागरूकता बढ़ाने और बच्चों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इस अवसर पर साम्फिया के प्रोग्राम मैनेजर बीजू हिमदल भी उपस्थित रहे।
यह कार्यक्रम विधिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय पहल रहा, जिससे समाज के निचले स्तर तक न्याय और अधिकारों की पहुँच सुनिश्चित करने का संदेश गया।