सुरभि न्यूज़ कुल्लू। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना कर्फ्यू की बंदिशों के तहत टैक्सी के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है। ऐसे में अब चालक घरों में बेकार बैठे हुए हैं। वहीं प्रदेश सरकार से भी कोई राहत न मिलने के चलते ऑटो व टैक्सी चालकों में भी अब खासा रोष व्याप्त है। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा 15 मई को कैबिनेट बैठक रखी गई है। ऐसे में अब प्रदेश के टैक्सी चालकों की निगाहें भी बेठक पर टिकी हुई है। टैक्सी चालकों को उम्मीद है कि कोरोना संकट के बीच सरकार उनके लिए भी राहत लेकर आएगी। कुल्लू टैक्सी यूनियन ने भी प्रदेश सरकार से केबिनेट बैठक में राहत देने की मांग रखी है। जिला कुल्लू में भी सिर्फ आपातकाल सिथति में ही ऑटो व टैक्सी को चलने की मंजूरी प्रदेश सरकार के द्वारा दी गई है। नए आदेशों के तहत कुल्लू में टैक्सी का संचालन पूरी तरह से रुक गया है। वहीं बीते साल से प्रदेश सरकार से कोई राहत न मिलने के चलते अब टैक्सी चालकों में भी प्रदेश सरकार के प्रति खासा रोष है। इसके अलावा टैक्सी चालकों ने बाहरी जिलों से निजी वाहनों में सवारियां ढोने वाले चालकों पर भी शिकंजा कसने की मांग की है। टैक्सी यूनियन के प्रधान प्रबल कुमार ने बताया कि लंबे समय से प्रदेश सरकार से मांग कर रहे थे कि उन्हें भी कोई राहत दी जाए। लेकिन सरकार ने उल्टा उनके टैक्स को बढ़ा दिया। ऐसे में काम न होने के कारण उनके वाहन बेकार खड़े हुए है।
कुल्लू टेक्सी यूनियन के प्रधान प्रबल कुमार ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार से मांग रखी कि केबिनेट बैठक में टैक्सी चालको को राहत दी जाए और उनके टेक्स वृद्धि को भी कम किया जाए।गौर रहे कि कोरोना कर्फ्यू के नए नियमों के बाद से ऑटो व टैक्सी का संचालन पूरी तरह से बंद है। जिसके चलते इस कारोबार से जुड़े हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं।
2021-05-14