सुरभि न्यूज़ (खुशीराम ठाकुर) बरोट। छोटाभंगाल घाटी के सब्जी उत्पादकों ने गत वर्ष सब्जियों का अच्छा दाम मिलाने के लालच में आकर इस वर्ष भारी मात्रा में फूल गोभी, बंद गोभी मटर तथा मूली आदि की सब्जियों को बीज रखा है। मगर इस वर्ष लगभग यहाँ के सब्जी उत्पादकों की बद किस्मत समझे या फिर प्राकृतिक प्रकोप समझे क्योंकि इस वर्ष यहाँ के सब्जी उत्पाकों की लगभग सभी प्रकार की सब्जियां 70 से 80 प्रतिशत खराब हो चुकी है। इस बार यहाँ के सब्जी उत्पादकों को भारी नुकसान का होना स्पष्ट दिखाई दे रहा है। यहाँ के समस्त सब्जी उत्पादकों के चेहरे भी पूरी तरह लटके हुए दिखाई दे रहे हैं।
स्थानीय जिला परिषद सदस्य पवना देवी ने बताया कि घाटी के सब्जी उत्पादकों की इस गंभीर समस्या की शिकायत उनके पास पहुंची है उन्होंने बताया कि यहाँ के ज्यादातर लोगों की आजीविका एक मात्र सब्जियों को पैदा करना ही है। इसलिए उन्होंने सब्जी उत्पादकों की इस गंभीर समस्या को मद्धेनज़र रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री, उपायुक्त कांगड़ा स्थित धर्मशाला तथा एसडीएम बैजनाथ को ऑनलाइन प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने घाटी के समस्त सब्जी उत्पादकों की ओर से प्रस्ताव पारित कर मांग की गई है कि शीघ्रातिशीघ्र घाटी में कृषि विभाग की टीम को भेज कर खराब हुई सब्जियों का आंकलन कर सब्जियों के बचाव के तरीके बताएं तथा उचित मुआवजा दिया जाए ताकि यहाँ के सब्जी उत्पादकों के सब्जियों के हुए नुकसान की भरपाई हो सके।