सुरभि न्यूज़ कुल्लू। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन आगामी 20 सितम्बर को किया जाएगा जबकि माॅप-अप 25 सितम्बर को होगा जब एक से 19 वर्ष आये के सभी बच्चों को कृमि मुक्ति दवा एलवेण्डाजोल प्रदान की जाएगी। यह जानकारी उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने इस संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि जिला में 1.21 लाख बच्चों को सरकारी व निजी स्कूलों तथा आंगनवाडि़यों के माध्यम से यह दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्रबंध पूरे कर लिये हैं। आशुतोष गर्ग ने कहा कि हमारे देश में परजीवी आंत कृमि संक्रमण एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है। ये कृमि बच्चों के शारीरिक विकास को नुकसान पहुंचाते हैं और साथ ही खून की कमी, कुपोषण, प्रतिकूल संज्ञानात्मक विकास तथा स्कूल में कम उपस्थिति जैसी समस्याओं को जन्म देते हैं। बच्चों में इन कीड़ों का उपचार निंतात जरूरी है। इसी के दृष्टिगत सरकार ने बड़े पैमाने पर बच्चों को कृमि मुक्ति दवा उपलब्ध करवाने का कार्यक्रम रखा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को एक से पांच साल आयु के बच्चों को पहले दो एमएल विटामीन सिरप दिया जाएगा और पांच मिनट के अंतराल में एलबेण्डाजोल की गोली खिलाई जाएगी जिसे सभी बच्चों को चबाकर पानी के साथ लेना है। उपायुक्त ने उप-निदेशक प्रारम्भिक व उच्च शिक्षा को निर्देश दिए कि हर घर पाठशाला कार्यक्रम के माध्यम से आज ही सभी बच्चों व अभिभावकों तक कृमि मुक्ति दवा प्रदान करने का संदेश पहुंच जाना चाहिए ताकि अभिभावक अपने बच्चों को दवा खिलाने को लेकर संजीदा हो जाएं। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के चलते यह दवा आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर उपलब्ध करवाई जाएगी। जिला के बोनाफाईड बच्चों के अलावा यह दवा प्रवासी बच्चों को भी दी जाएगी। 20 सितम्बर को जो बच्चे दवा प्राप्त करने से छूट जाएंगे, उन्हें 25 सितम्बर को माॅप-अप राउण्ड के दौरान प्रदान किया जाएगा। जिला के 1 से 19 साल आयु के शत-प्रतिशत बच्चे दवा प्राप्त करें, इस बात को सुनिश्चित बनाने के लिए पंचायती राज संस्थानों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, अध्यापकों, अभिभावकों सभी के सहयोग की अपील की गई है।
घरों के आस-पास पानी एकत्र न होने दें, टंकियों की करें सफाई
आशुतोष गर्ग ने जिलावासियों से अपील की है कि वे अपने घरों के आस-पास गमलों में अथवा नकारा टायरों में पानी एकत्र न होने दें, इससे उत्पन्न कीटाणु बच्चों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने घरों को टंकियों की भी सफाई करें और क्लोरीन का इस्तेमाल घरों में करें। हालांकि उन्होंने जल शक्ति विभाग को पानी के मुख्य स्त्रोतों व जल भण्डारण टैंकों की क्लोरीनेशन नियमित रूप से सुनिश्चित बनाने को कहा। उन्होंने जल शक्ति विभाग से समय-समय पर मुख्य स्त्रोतों व नलकों से पानी के नमून एकत्र करके इनकी जांच शमशी स्थित प्रयोगशाला में करने को कहा। उन्होंने कहा कि लोग स्वेच्छा से बावडि़यों इत्यादि के जल की जांच जल शक्ति विभाग के माध्यम से करवा सकते हैं। हालांकि जल शक्ति विभाग प्रत्येक सोमवार व शुक्रवार को पानी की जांच इस प्रयोगशाला में कर रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुशील चंद ने कहा कि एल्वेण्डाजोल का कतई साईड इफेक्ट नहीं है और सभी बच्चों को आवश्यक रूप से यह गोली लेनी है। उन्होंने कहा यदि किसी बच्चे को उल्टी इत्यादि की शिकायत होती है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। बच्चा अपने आप स्वस्थ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में 120753 बच्चों को एल्बेण्डाज़ोल की गोली दी जाएगी और 31504 बच्चों को विटामीन ए सोलूशन प्रदान करने का लक्ष्य है। इनमें चिकित्सा खण्ड नग्गर में 27412 बच्चे, जरी में 46338, बंजार खण्ड में 19972, आनी में 13625 तथा निरमण्ड में 13406 बच्चे शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के मुख्याध्यापकों व प्रधानाचार्यों को स्कूल रिपोर्टिंग फार्म उपलब्ध करवाया जाएगा जिसे भरकर वापिस स्वास्थ्य विभाग को देना है। इस फार्म से बच्चों की संख्या का पता चलेगा। उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा शांति लाल, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद बीआर नेगी, डाॅ. अतुल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।