सुरभि न्यूज़ चंबा। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में स्वतंत्रता सेनानी नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती समारोह पर उनका जिला चम्बा में प्रवास पर आधारित परिचर्चा का आयोजन किया गया । परिचर्चा में ज़िला के वरिष्ठ एवं नवोदित साहित्यकारों ने भाग लिया । जिला भाषा अधिकारी तूकेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में आज स्वतंत्रता सेनानी नेता जी सुभाष चंद्र के ज़िला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी में प्रवास विषय पर परिचर्चा का आयोजन गूग्गल मीट के माध्यम से किया गया ।
परिचर्चा में ज़िला के वरिष्ठ साहित्यकारों में भूपेन्द्र जसरोटिया ने सुभाष चंद्र बोस के डलहौजी प्रवास के दौरान कविता पाठ किया । मोनिका उपासना पुष्प ने जन्द्रीघाट, कायानास कोठी और युद्धवीर टण्डन ने पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर उनके डलहौजी में स्वास्थ्य लाभ के लिए 1937 में 5 महीने के प्रवास से लेकर मेहर होटल कमरा नम्बर 10, सुभाष बाबड़ी, सुभाष चौक व आजादी के आंदोलन में रही महत्त्वपूर्ण भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला । श्री जगजीत आजाद और आशीष बहल ने अपनी कविता में भटियात के स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री ब्रह्मनंद की कविता का सुंदर काव्यपाठ किया । श्री एम० आर० भाटिया ने स्याह रहने दो कविता के माध्यम से सबके मन को छू लिया । वहीं श्री नेक राम ने तरानुम में नेता जी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये । परिचर्चा में महाराज सिंह परदेसी ने बड़ी बारीकी से सुभाष चंद्र बोस के जीवन के हर एक बिंदु पर प्रकाश डाला । सुभाष साहिल ने ग़ज़ल के अंदाज में सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धा सुमन अर्पित किए । भूपेंद्र सिंह जसरोटिया ने अपने पहाड़ी अंदाज में नेता जी का बड़ा सुंदर सुंदर प्रतिबिम्बन किया । शाम अजनबी ने वैभव सुख और दौलत सब त्याग कर आजादी के लिये अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानी का बड़ा ही सुंदर व्यख्यान सबके समक्ष रखा । उत्तम सूर्यवंशी ने भाव विभोर सहित अपनी कविता का बड़ी ही सरलता एवं सुगमता के साथ उपस्थित सभी सदस्यों की वाह वाही से अपनी लेखनी का लोहा मनवाया । इसके अतिरिक्त शाम सिंह सूर्यवंशी , हेमराज, काव्य ,लक्ष्य अन्य श्रोताओं ने इस परिचर्चा में भाग लिया ।