सुरभि न्यूज़
सी आर शर्मा, आनी
उत्तरी भारत की सबसे कठिन यात्राओं में शुमार ऐतिहासिक व जोखिम भरी श्रीखंड महादेव यात्रा पर इस बार जिला प्रशासन ने निर्धारित समय से पूर्व ही रोक लगा दी है। श्रीखण्ड यात्रा ट्रस्ट के अध्यक्ष एव्ं उपायुक्त कुल्लू आशूतोष गर्ग ने मौसम व श्रीखण्ड मार्ग की विकट परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यात्रा पर पूर्णतया रोक लगाने की अधिसूचना जारी कर दी है।
बता दें कि सोमवार को पार्वतीबाग में बर्फीला तुफान आने से सभी टेंट टूट गए थे और टेंटों के भीतर पानी भर गया था। इसके अलावा पार्वतीबाग से उपर ग्लेश्यिर टूटने से रास्तों में गहरी खाईयां बन गई, जिसे पार करना किसी भी श्रद्धालु के लिए संभव नहीं था। इसके अलावा ग्लेशियरों के खिसकने का खतरा भी बन चुका था। इन सब विकट परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं जिलाधीश कुल्लू आशुतोष गर्ग ने अधिसूचना जारी कर इस वर्ष की श्रीखंड महादेव यात्रा को निर्धारित समय से पूर्व रद्द कर दिया है।
जानकारी के अनुसार प्रशासनिक तौर पर 7 जुलाई से शुरू श्रीखण्ड महादेव यात्रा के लिए करीब 4 हजार श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण करवाया था, जिनमें से अब तक करीब सात से आठ सौ श्रद्धालु ही श्रीखंड महादेव के दर्शन कर पाए हैं। जबकि इसी बीच पिछले तीन तीनों से मौसम की गड़बड़ी के चलते जितने श्रद्धालु श्रीखंड महादेव के दर्शनों को रवाना हुए थे उन सभी को सुरक्षित वापस लाया जा रहा है।
शनिवार को श्रीखंड यात्रा पर गए तीन श्रद्धालुओं के पैर फिसलने से मौत हो गई थी। जिसमें से दो व्यक्तियों की पहचान रविवार तक नहीं हो सकी थी। जबकि सोमवार को दो में से एक व्यक्ति की पहचान हो गई है। मृतक की पहचान 32 वर्षीेय अनिल कुमार पुत्र प्रेमसिंह गांव व डाक घर भुटाणू तहसील मोरी उत्तरकाशी उत्तराखंड के रूप में हुई है। जबकि एक अन्य मृतक की पहचान होना अभी भी बाकी है। इस वर्ष श्रीखंड यात्रा के दौरान और यात्रा से पहले कुल 6 यात्रियों की जान गई।
एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि पार्वतीबाग में रेस्क्यु दल सहित करीब 70 से 80 लोग फंसे हैं। भारी बारिश से रास्ते खराब होने के चलते उन्हें नीचे निकालने में परेशानियां पेश आ रही है। उन्होंने कहा कि सभी बेसकैंपों में श्रद्धालुओं को ठहरने और खाने की पूरी व्यवस्था उपलब्ध है। सभी यात्रियों को सुरक्षित निकालने तक रेस्क्यु दल तैनात रहेंगे।
एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि रास्ते में विभिन्न स्थानों पर रूके सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के बाद रेस्क्यु दल श्रीखंड तक जाएगा और पूरे क्षेत्र की रैकी कर वापिस लौटेगा। हालांकि श्रीखण्ड यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह अभी भी बना हुआ है और भक्त श्रीखण्ड महादेवत के दर्शन को आतुर हैं।