सुरभि न्यूज़ आनी
सी आर शर्मा
आदर्श विद्यालय आनी में विद्यालय प्रबंधन समिति और शिक्षकों के मध्य कक्षा नोवी और दसवी के विद्यार्थियों के सुनहरे भविष्य के लिए चर्चा की गई। इस बैठक में लगभग 110 अभिभावकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की और शैक्षणिक गतिविधियों पर अपने सुझाव दिए। शिक्षको ने अभिभावकों के साथ नई शिक्षा नीति, विद्यार्थियों में गैर हाजिर होने, नशे की लत से दूर रखने के लिए चर्चा की। टर्म वन की परीक्षा के लिए छात्रों के बौद्धिक विकास व पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों के लिए रेमिडियल कक्षा लगाने पर भी अभिभावकों के सुझाव लिए गए। विद्यालय के प्रधानाचार्य अमर चंद चौहान ने कहा की वर्तमान परिपेक्ष में छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय और घर दोनों स्थानों में सही रूप से विद्यार्थियों पर नजर रखनी चाहिए। छात्रों के सुनहरे भविष्य के लिए शिक्षको एवं अभिभावकों को समन्वय बनाकर कड़ी के रूप में कार्य करना होगा। बच्चों का पहला गुरु घर पर उनकी माता पिता और दूसरा गुरु विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं होती है इसलिए छात्र छात्राओं के व्यक्तित्व, चारित्रिक एवं शैक्षिक विकास में अभिभावकों और शिक्षक शिक्षकों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करना होगा तभी वर्तमान पीढ़ी के युवा छात्र छात्राओं का सर्वांगीण विकास संभव है। विद्यार्थी यौवन अवस्था में समाज मे व्याप्त नशे जैसी कई बुराइयों से बचाना होगा। वर्तमान समय में युवा छात्र छात्राओं के द्वारा इंटरनेट, मोबाइल, टीवी सीरियल के गलत उपयोग के कारण बहुत हद तक चारित्रिक पतन हुआ है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में बाधक सिद्ध हुई है। इसे रोकना अत्यंत जरूरी है। इसे रोकने के लिए बच्चों के दैनिक दिनचर्या में उपयोग होने वाले भड़काऊ वस्त्र के पहनावे पर शुरू से नियंत्रण रखना होगा। साथ ही बच्चों के गलत संगति ना हो इसका ध्यान रखना जरूरी है।