सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
विद्युत विभाग के उपमंडल बरोट में तैनात टी मेट सुरेश कुमार की गत दिन 11 केवी लाईन का कार्य करते समय रिवर्स करंट आने के कारण दर्दनाक हादसे से मौत होने से समूची चौहार घाटी सहित छोटाभंगाल में गहरे दुःख से मातम छाया हुआ है।
टी मेट सुरेश कुमार की करंट लगने से हुई मौत का क्या कारण रहा है यह तो विद्युत विभाग तथा पुलिस विभाग की जांच के बाद ही मालूम होगा। छोटी उम्र में इस कदर दुनिया से चले जाना सुरेश कुमार के परिवार में उसके माता-पिता तथा पत्नी को कभी न मिटने वाले गहरे जख्म दे गया है।
सुरेश कुमार की पत्नी रवीना तथा माता वणी देवी का रो-रो कर हाल बेहाल हो गया है वहीँ मात्र तीन वर्षीय मासूम बेटी निशा अपनी माता को रोता-बिखलता हुआ देखकर पापा-पापा ही पुकार रही है। मगर उस मासूम को क्या पता कि उसके सिर से पापा का साया हमेशा के लिए छीन गया है। मगर होनी के आगे इंसान बेवस है।
शुक्रवार को देर शाम तक पद्धर पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र बरोट में घटना की सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर सुरेश कुमार के शव को पोस्ट मार्टम के लिए जोगिन्द्र नगर ले जाने के बाद शनिवार को शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
आज अंतिम संस्कार में चौहार घाटी, छोटाभंगाल तथा विद्युत विभाग के पदाधिकारियों सहित अन्य सैंकडों लोगों ने भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि प्राप्त जानकारी के अनुसार विद्युत विभाग के उपमंडल बरोट में इसी तरह की यह पहली घटना नहीं है इससे पूर्व भी वर्ष 2014 में सुधार सेक्शन में कार्यरत टी मेट लाल सिंह तथा वर्ष 2017 में भी खलैहल पंचायत के गाँव खलैहल गांव के निवासी व टी मेट अनिल कुमार जो कि छोटा भंगाल घाटी दयोट सेक्शन के नलहौता में बतौर टी मेट कार्यरत था।
इन दोनों कर्मचारियों की भी कार्य करने के दौरान करंट लगाने से मौत हो चुकी है तथा कई विद्युत कर्मी घायल भी हो चुके हैं और टी मेट सुरेश कुमार के साथ करंट लगाने से हुई मौत का मामला घटित हुआ।
पिता सुख देव का कहना है कि यह हादसे किसकी लापरवाही से हुए है यह तो जांच का विषय है। मेरा दिल का टुकड़ा तो हादसे का शिकार होकर दुनिया छोड़ कर चला गया है और हम सबको गहरे जख्म दे गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार हो रही विद्युत कर्मियों के साथ इस तरह की अनहोनी घटनाओं का होना एक सोचनीय विषय है। विद्युत विभाग को हमेशा सतर्क रहने की सख्त जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाएँ फिर से न हो।