सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू
आनी विधानसभा क्षेत्र के निरमंड उपमंडल की 18570 फिट की उंचाई पर श्रीखंड कैलाश पर्वत की चोटी पर बसे भोले बाबा भी 35 किलोमीटर की कठिनतम, जोखिम भरी लेकिन रोमांचक यात्रा के बाद मिल पाते हैं। हालांकि इस बार श्रीखंड महादेव ट्रस्ट द्वारा आधिकारिक तौर पर यात्रा की तारीख 7 जुलाई से 24 जुलाई तक तय की गई है। लेकिन भोले बाबा के भक्तों को न तो मौसम रोक पा रहा है न ही ट्रस्ट की तय की गई तारीखें।
इन बातों का रखें यात्रा के दौरान ध्यान
श्रीखंड महादेव यात्रा जब आधिकारिक तौर पर शुरू हो तभी जाएं, क्योंकि उस समय सभी प्रकार के सुरक्षा के इंतजाम रहते हैं। यात्रा बहुत कठिन व जोखिम भरी है इसलिए केवल शारीरिक और मानसिक रूप से फिट व्यक्ति भगतों के जत्थों के साथ में ही जाएँ। श्रद्धालु किसी भी प्रकार का नशा लेकर अपनी जान जोखिम में न डालें। धीरे धीरे चढ़ाई चढ़े, जल्दबाजी न करें और तबीयत बिगड़ने लगे तो जबरदस्तीयात्रा न करें। जरूरी दवाइयां, ग्लूकोज, ड्राई फ्रूट्स, डंडा, गर्म कपड़े, अच्छी पकड़ वाले जुते, टॉर्च व बरसाती यानी रेन कोट अवश्य ले जाएं। झरने व नदी-नालों को सांयकाल में क्रॉस करने से बचे, क्योंकि शाम के समय बर्फ पिघलने से पानी का बहाव अधिक होता है। मार्ग में फूल और पौधों को न छुएं और न ही उनकी गंध सूंघें, ऐसा करने से तबियत बिगड़ सकती है। मोबाईल में बैटरी आखिर तक चले इस का बंदोबस्त रखें।
यात्रा में यह होते हैं इंतज़ाम
श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के अनुसार अधिकारिक तौर पर यात्रा शुरू होने पर सिंहगाड़ बेस कैम्प और कुंशा में मेडिकल सहायता कैम्प के अलावा भीडवारी, पार्वतीबाग और थाचड़ू में कैम्प बनाये जाते हैं। जहां मेडीकल टीमें, दवाईयां और ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था के साथ ही रेस्क्यू टीमें और पुलिस एवं होमगार्ड के जवान किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैयार रहते हैं।
कैसे पहुंचे श्रीखंड
श्रीखंड महादेव पहुंचने के लिये शिमला जिला के रामपुर से कुल्लू जिला के निरमंड होकर बागीपुल और जाओं तक गाड़ियों और बसों के द्वारा पहुंचा जा सकता है। जहां से आगे करीब पैंतीस किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होती है।
शिमला से रामपुर – 130 किमी
रामपुर से निरमंड – 17 किलोमीटर
निरमंड से बागीपुल – 17 किलोमीटर
बागीपुल से जाओं – करीब 12 किलोमीटर
ये आते हैं दर्शनीय स्थल
डंडाधार, थाचडू, काली टॉप, कालीघाटी, भीम तलाई, कुंशा, भीम डवारी, पर्वतीबाग व नैन सरोवर आदि दर्शनीय स्थल रास्ते में आते हैं।
समुद्र तल से ऊंचाई
थाचडू – 11318 फिट
भीम तलाई – 11700फिट
भीम डवारी – 12175 फिट
कुंशा – 12746 फिट
पार्वतीबाग – 13622 फिट
नैन सरोवर – 14527 फिट
श्रीखंड महादेव – 18570 फिट
सभी यात्री जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार ही यात्रा करें और किसी भी आपात स्थिति में आपदा प्रबंधन से संपर्क करें। ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके। कोई भी अस्वस्थ व्यक्ति यात्रा पर न जाएं।