सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
शिमला, 21 अगस्त
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बादल फटने व भूस्खलन से भारी तबाही हुई है तथा आने वाले 23 व 24 अगस्त को फिर से भारी वारिश होने की मौसम विज्ञान केंद्र ने 9 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले 96 घंटे के लिए पहाड़ों पर तेज बारिश होने की चेतावननी दी है जिसके चलते कल व परसों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र ने कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है, जिनमें चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलालपुर, ऊना, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिलों को चेतावनी जारी की है। भारी बारिश के बाद इन जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते है।
भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए लोगों को उफनते हुए नदी-नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है। 26 अगस्त से मानसून कमजोर पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में अब तक की बारिश से 8099 करोड़ की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। इससे अकेले लोक निर्माणविन विभाग को 2712.19 करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह हो चुकी है।
भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को 1860.52 करोड़, बिजली बोर्ड को 1707.35 करोड़ रुपए, बागवानी विभाग को 173.30 करोड़, शहरी विकास विभाग को 88.82 करोड़ रुपए, कृषि विभाग को 335.73 करोड़, ग्रामीण विकास विभाग को 369.53 करोड़, शिक्षा विभाग को 118.90 करोड़, मतस्य पालन विभाग को 13.91 करोड़ और स्वास्थ्य विभाग को 44.01 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
प्रदेश में भारी बारिश, बादल फटने व भूस्खलन से अब तक 2216 घर धवस्त हो चुके हैं, जबकि 9819 घरों को नुकसान पहुंचा है। इससे कई परिवार बेघर हुए है, जबकि सैकड़ों परिवार जान जोखिम में डालकर से क्षतिग्रस्त घरों में रह रहे हैं। कई परिवार सुरक्षित अन्य जगहों तथा रिश्तेदारों के घरों में आश्रय ले कर रह रहे है।
प्रदेश में भयंकर बारिश से सडकों का भी अत्यधिक नुकसान हुआ है जिससे 346 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें अधिकांश सड़कें एक महीने से भी अधिक समय से अवरुद्ध है। इससे 560 से ज्यादा रूटों पर परिवहन सेवाएं ठप्प पड़ी है। बसों के नहीं चलने से लोगों को जरुरी कार्य के लिए कई किलोमीटर पैदल सफ़र करना पड़ रहा है।