छोटाभंगाल घाटी के नालहौता गाँव में 17 सितम्बर को आयोजित होगा दो दिवसीय सैर मेला

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सुरभि न्यूज़

ख़ुशी राम ठाकुर, बरोट

प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सैर उत्सव के उपलक्ष्य में छोटाभंगाल घाटी की बड़ा ग्रां पंचायत के गाँव नालहौता में अजियापाल युवक मंडल के सौजन्य से दो दिवसीय ग्रामीण स्तरीय सैर मेले का आयोजन किया जा रहा है।

अजियापाल युवक मंडल नलहौता के प्रधान सन्तोष कुमार ने बताया कि 17 सितम्बर को शुरू होने वाले मेले का  शुभारंभ के अवसर पर बड़ा ग्रां पंचायत की प्रधान चन्द्रमणी देवी बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेगी।

मेले के समापन अवसर पर 18सितमबर को बैजनाथ के विधायक व सीपीएस किशोरी लाल को मुखायातिथि के रूप शिरकत करेंगे।

उन्होंने बताया कि दो दिवसीय मेले के दौरान विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें  कबड्डी, बालीवॉल, घड़ा तोड़ना, रस्साकसी, कुश्ती, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नलहौता, बड़ा ग्रां, कोठी कोहड़ तथा धरमाण पंचायतों के विभिन्न महिला मंडल की महिलाओं तथा स्कूली बच्चों की नाटियों का भी आयोजन किया जाएगा।

सन्तोष कुमार ने बताया कि कबड्डी व बालीवॉल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम को 51 सौ तथा तथा दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 25 सौ रूपये ईनाम बतौर प्रदान किए जाएंगे।

सन्तोष कुमार ने बताया कि 18 सितम्बर को मेले की समाप्ति के तुरंत बाद ही शाम 7 बजे से लेकर रात लगभग 12  बजे तक प्रति वर्ष की भान्ति नलहौता गाँव में देवादि देव अजियापाल मंदिर के प्रांगण में देव खेल का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस दौरान देव अजियाल के मुख्य गुर विधा राम तथा उनके सहायक गुर पहाड़ चंद व सन्तोष कुमार सहित विभिन्न देवी-देवताओं देव नारायण, देव केलंग, देव गहरी, माता बढ़धारणी, माता सतवादणी, माता फुंगणी तथा मुरारी माता के गुर व पुजारी अपनी गुर खेल कर लोगों को आशीर्वाद देगें।

सन्तोष कुमार ने बताया कि इस 18 सितम्बर को देव अजियाल मंदिर में देव खेल के दौरान बाद्य यन्त्रों द्वारा बजाई जाने वाली पहली आवाज़ को सुनते ही गाँव नलहौता, बड़ा ग्रां, राजगुंधा, कुक्कड़ गुंधा, कुड़धार तथा शपहौता के आसपास गाँवों के लोग रक्षाबंधन के दिन बहनों, पंडितों तथा ब्राहमणों द्वारा बाँधी गई राखियों को जय देव अजियाल का उदघोष करते हुए तोड़ देते है।

लोगों का कहना है कि देव आस्था के चलते सदियों से चली आ रही यह परम्परा आज भी बदस्तूर जारी ही चली हुई है।

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