सुरभि न्यूज़
प्रताप सिंह अरनोट, डलहौजी/चंबा
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री इतने निष्ठुर और संवेदनहीन हो गए हैं कि उन्हें जनता के दुःख दर्द न तो दिखाई दे रहे हैं और न सड़कों पर चिल्ला रही जनता को वो सुन पा रहे हैं। राज्य सचिवालय के बाहर दृष्टि दिव्यांग नौकरी की मांग पर कई दिनों से सड़क पर बैठे हैं और पुलिस उनके ऊपर लाठियां भांज रही है। वोकेशनल टीचर कई दिनों से चौड़ा मैदान में अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं लेकिन मुख्यमंत्री को अपने आंगन में बैठे शत प्रतिशत दिव्यांग साथियों की पीड़ा सुनने का भी समय नहीं है। उल्टा उनके इशारे पर पुलिस उन्हें सड़क से हटाने के लिए बल प्रयोग करती है और इस धक्का मुक्की में एक दिव्यांग भाई गहरी खाई में गिर जाता है। मुख्यमंत्री उसका कुशलक्षेम पूछना तो दूर उन्हें आसपास भी नहीं जाना पसंद कर रहे हैं। ऐसा ही राज्य सचिवालय गेट पर अपनी फरियाद लेकर आये युवाओं के साथ हुआ जहां मुख्यमंत्री ने अपने मुंह के सामने खड़े इन युवाओं की बात नहीं सुनी तो नाराज युवक ने क्या मुख्यमंत्री को कहा पूरे देश ने सुना और देखा। ऐसा तानाशाही व्यवहार सही नहीं है।
चंबा जिले के दौरे के दौरान डलहौजी में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यहां की देवतुल्य जनता का अद्भुत उत्साह एवं कार्यकर्ताओं का जोश देखकर अभिभूत हूं। डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के तेलका में आयोजित सक्रिय सदस्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने पार्टी के सभी साथियों से आग्रह किया कि अपने इसी जोश और जुनून के साथ आगे बढ़ें और पार्टी को नए मुकाम तक पहुंचाने के लिए अपनी सक्रिय भूमिका निभाते रहे।
उन्होंने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि मेडिकल कॉलेज चंबा में हिमकेयर कार्ड न चलने के कारण एक मजबूर बेटे को अपनी मां की पित्त की पथरी के ऑपरेशन के लिए सोने की बालियां दुकानदार के पास गिरवी रखनी पड़ीं।
अगर ये कार्ड चलता तो शायद ऐसी नौबत न आती लेकिन दुर्भाग्य से इस सरकार ने हमारी चलाई इस योजना को भी एक तरह से बंद कर दिया है और बजट अस्पतालों को नहीं दिया जा रहा है। आज ऐसी स्थिति देख बहुत दुःख हो रहा है।
मुख्यमंत्री को अपने इस प्रकार के रूखे व्यवहार को बदलना होगा और अपने पद के अनुरूप काम करना होगा। उन्होंने कहा कि आज हालात देखिए कि मां की सोने की बालियां गिरवी रख मजबूर बेटे को मां की पित्त की पथरी का ऑपरेशन करवाना पड़ा।
मेडिकल कॉलेज चंबा में ऐसा मामला सामने आया है। बताया गया कि इस प्रकार की स्थिति तब उत्पन्न हुई जब ऑपरेशन के लिए कपड़े पहनकर 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला लांबो देवी को ओटी ले जाया गया लेकिन ऐन मौके पर इंटर्नशिप कर रहे प्रशिक्षु चिकित्सक ने मेडिकल कॉलेज चंबा में ऑपरेशन का सामान उपलब्ध न होने की बात कही। उन्होंने मरीज के बेटे को ऑपरेशन का सामान बाजार से खरीद कर लाने की लिस्ट थमा दी और कहा कि यहां कार्ड नहीं चलेगा।
आज जहां बिना पर्ची के पैसे दिये लोगों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलता है वहां कांग्रेस सरकार लोगों से पर्ची के भी दस रुपये बसूलने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को लोगों की पीड़ा से कोई सरोकार नहीं है। इनके मित्र दोनों हाथों से सरकारी खज़ाना लूटने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री का इनको पूरा संरक्षण प्राप्त है। ये सरकार आज जनता को ज्यादा से ज्यादा टैक्स का बोझ डालने से ही खुश है। इनको आज जनता के दुःख दर्द से ज्यादा अपनी तिजोरियों को भरने की चिंता है।
उन्होंने कहा कि वक्त तेजी से निकल रहा है। ये व्यवस्था परिवर्तन का दौर भी जल्द खत्म होने वाला है। आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। जनता ने ही भाजपा को तीसरी बार सेवा का मौका दिया है। यहां कांग्रेस ने अपनी झूठी गारंटियों से खुद ही अपनी साख गिराई है। हमें विपक्ष में रहते हुए जनता के लिए लड़ना है और हम पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं।
सरकार विपक्ष की आवाज नहीं दवा सकती। हम जनता के दुखदर्द सुनने के लिए ही निकले हैं। मेरे इस चम्बा दौरे में जगह जगह लोग आधी रात को भी मिलने आ रहे हैं। जनता अपने दुःख दर्द सुना रही है पर ये गूंगी बहरी सरकार सुनने वाली नहीं है। ये झूठ बोलकर सत्ता में आये और अब घोटालों में व्यस्त हैं। इस सरकार से आज न कर्मचारी खुश है न आम जनता। इनकी करनी का इनको फल जल्द मिलने वाला है। आज चुनाव हो जाएं तो इनको दस भी सीट नहीं मिलेगी। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक डी.एस. ठाकुर भी उपस्थित रहे।