सुरभि न्यूज़
पौंटा साहिब, नाहन
अखिल भारतीय साहित्य परिषद की सम्मानित सदस्य गुरमीत कौर का सिरमौर पौंटा साहिब में 07 सितंबर 2025 रविवार हमारे बीच नहीं रही। अखिल भारतीय साहित्य परिषद प्रदेशाध्यक्ष डॉ रीता सिंह ने उनको श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दिवंगत पवित्र आत्मा को हृदय से बारंबार प्रणाम करती हूं उनकी भावनाएं, उनके संस्कार, उनके सेवा भाव, उनका कोमल व्यवहार, सब कुछ हर पल याद आ रहा है। उन्होंने बताया कि 2019 में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संगोष्ठी ऊना में मुलाक़ात हुई थी। जिसमें एक नारी, एक मां की संवेदना, मां के भाव में बहते, हम इतने करीब आ चुके थे की घंटों हमारी बात होती थी। एक ऐसा व्यक्तित्व जो लगातार समर्पण ही करता रहा, अति उत्साह के साथ, कभी शिक्षा के क्षेत्र में, कभी परिवार के लिए, कभी साहित्य के क्षेत्र में और सबसे ऊपर अपने धर्म के लिए,इन सब के प्रति उनकी निष्ठा हमारे समाज के लिए एक उदाहरण बनकर आई, जिसे हम सबों ने मां की संवेदना श्रृंखला एक में 25 मई 2025 को सुनी थी। ऐसा भरा पूरा व्यक्तित्व, जिसने नारी की परिभाषा को संपूर्णता के साथ परिभाषित किया। आज वह अपने प्रकृति मां की गोद में अपने सारे दायित्वों को पूरा कर विश्राम करने जा चुकी हैं।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद की प्रांतीय कार्यकारिणी में गुरमीत कौर को सम्मानित सदस्य के रूप में लिया गया था। गुरमीत कौर ने नियुक्ति के बाद अंतिम बार बात करते हुए कहा, “आपने मुझे यह सम्मान दिया मैं पूरी निष्ठा से इस दायित्व का निर्वाह करूंगी”। यह उनका अंतिम भाव था, उसके दूसरे दिन रविवार 07 सितम्बर को वह हमारे बीच से ब्रह्मांड में लम्बी यात्रा पर निकल गई।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद की प्रांतीय कार्यकारिणी एवं महिला साहित्यकार संस्था की समस्त इकाइयों की तरफ से गुरमीत कौर को श्रद्धांजलि अर्पित करती है तथा उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना ब्यक्त करती है। भगवान उनके परिवार को दुःख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति दे ,हम सभी का उनको बार-बार स्नेहायुक्त विनम्र श्रद्धांजलि।