सुरभि न्यूज़
परस राम भारती, तीर्थन घाटी गुशेनी बंजार
जिला कुल्लू उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुशैणी ने प्राकृतिक आपदा में अपना भवन खो दिया, पर उसने अपनी रूह नहीं खोई। परिस्थितियाँ बदलीं, चुनौतियाँ बढ़ीं, स्थान नया हुआ लेकिन बच्चों, शिक्षकों और स्कुल प्रबंधन का जज़्बा पहले जैसा ही मजबूत बना रहा।
इस बार यह समारोह हर बार की तुलना में बिल्कुल अलग था। बदले माहौल और सीमित संसाधनों के बावजूद कार्यक्रम का सफल आयोजन विद्यालय की अद्भुत एकजुटता और संकल्प को दर्शाता है। स्कुल प्रबंधन, अध्यापक वर्ग और सहयोग देने वाले सभी दानी लोगों का प्रयास वास्तव में काबिले तारीफ़ है। विपरीत हालात में भी शिक्षा की मशाल को जलाए रखने का यह जज़्बा पूरे समाज के लिए प्रेरणा है।
गुशैणी विद्यालय ने साबित किया है कि इमारतें टूट सकती हैं, लेकिन हिम्मत, मेहनत और एकता के दम पर सपनों की नींव हमेशा मज़बूत रहती है।
प्राकृतिक आपदा के बावजूद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुशेनी ने बुधबार को अपने नए स्कुल परिसर बाड़ीरोपा में अपना वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह बड़े उत्साह और गरिमामय माहौल में आयोजित किया।
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रसिद्ध समाजसेवी एवं व्यवसायी राजा सिंह मल्होत्रा उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ठ अतिथि के रूप में दिनेश्वर प्रसाद डोड, महेन्द्र चौहान उपप्रधान ग्राम पंचायत कंडीधार और वरुण भारती भारती शामिल रहे। स्कुल प्रबंधन समिति के सदस्य, पंचायत प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, अभिभावक तथा विद्यालय के सभी अध्यापक, अध्यापिकाएँ और स्थानीय लोग भी काफी संख्या में मौजूद रहे। सभी का विद्यालय परिवार की ओर से पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया।
इस दौरान स्कुल के प्रधानाचार्य के. एल. शर्मा ने स्कुल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह विद्यालय वर्ष 1924 में प्राथमिक पाठशाला के रूप में स्थापित हुआ था। 1966 में मिडिल, 1973 में हाई स्कूल और 2002 में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के रूप में उन्नत किया गया है।
उन्होंने कहा कि विद्यालय प्राकृतिक आपदाओं की मार लगातार झेलता आ रहा है। वर्ष 2005 और 2023 की बाढ़ तथा 2024–25 के बड़े भूस्खलन ने विद्यालय भवन और इस क्षेत्र को पुरी तरह असुरक्षित बना दिया। वर्तमान सत्र की पढ़ाई जारी रखने के लिए विद्यालय को तुरंत वैकल्पिक भवन में स्थानांतरित करना पड़ा।
प्रधानाचार्य ने विशेष रूप से उपप्रधान महेन्द्र चौहान का धन्यवाद किया, जिन्होंने बिना किसी किराए के अपना निजी भवन विद्यालय को 31 मार्च 2026. तक उपलब्ध कराया है। इनका यह सहयोग विद्यालय समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ।
इन्होंने विद्यालय को सहयोग करने वाले दानदाताओं का विशेष आभार प्रकट किया है। आपदा की इस घड़ी में सर्वजीत सिंह बॉबी ने 50,000/, कर्यांश फाउंडेशन ने 200 कुर्सियाँ, प्रिंटर, किताबें, फिल्टर आदि, शकुंतला देवी ने 35,000 नगद, चच्योट निधि लिमिटेड ने 50,000 नगद, चन्द्रकांत शलाट ने 11,000 नगद, तीर्थन वैली स्टूडेंट एसोसिएशन ने 9,000 नगद, राजा सिंह मल्होत्रा ने कुर्सियाँ, ब्लैकबोर्ड, पानी की टंकी,विनीत ने एमडीएम रसोई सामग्री, टैक्सी यूनियन गुशेनी ने विद्युत मीटर, योगराज नेगी 2,000 नगद सहायता प्रदान की है।
इसके अतिरिक्त स्थानीय प्रशासन एसडीएम बंजार, तहसीलदार बंजार, जल शक्ति विभाग, बिजली विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्यालय प्रबंधन समिति का भी विद्यालय ने आभार जताया।
इस विद्यालय में वर्तमान में कुल 422 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
सभी विद्यार्थियों को चार सदनों सुभाष, भगत सिंह, गांधी और रानी लक्ष्मीबाई में विभाजित किया गया है। इस विद्यालय में प्रधानाचार्य सहित 20 शिक्षक, 1 सहायक, 2 चपरासी और 1 चौकीदार सेवाएँ दे रहे हैं। इस समय यहाँ पर हिंदी प्रवक्ता, संस्कृत प्रवक्ता, कंप्यूटर साइंस, डी.पी.ई. और वरिष्ठ सहायक के पद रिक्त हैं।
शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दौरान इस विद्यालय के 10वीं व 12वीं के छात्र छात्राओं ने बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है।इस सत्र में कक्षा 10वीं से आरती जुफरा प्रथम, दीक्षा बिष्ट द्वितीय और सुजल तृतीय स्थान पर रही। इसी प्रकार कक्षा 12वीं कला संकाय में सुनीता देवी प्रथम, राजकुमार द्वितीय और आरती देवी तृतीय स्थान पर रही। कक्षा 12वीं विज्ञानं संकाय में शालू (93%) प्रथम अंबिका (75%) द्वितीय और ज्योति देवी (74%) तृतीय स्थान पर रही। कक्षा 11वीं कला संकाय में सोनिका (90%) प्रथम, कनिका बिष्ट (88.8%) द्वितीय और सपना देवी (79%) तीसरे स्थान पर रही। वहीं कक्षा 11वीं नॉन मेडिकल में पुनीत जोशी (91%) प्रथम, सनेहा (78.6%) द्वितीय और वंशिका ठाकुर (74.4%) तृतीय स्थान पर रही।
विद्यालय में खो-खो, कबड्डी और बालीबॉल सहित कई खेलों में छात्रों का चयन हुआ, लेकिन भारी वर्षा के कारण प्रतियोगिताएँ स्थगित हो गईं। चिल्ड्रेन साइंस कांग्रेस के तहत विज्ञान मॉडल और गणितीय गतिविधियाँ विद्यालय स्तर पर ही करवाई गईं। विद्यालय में स्वच्छता पखवाड़ा, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, सड़क सुरक्षा सप्ताह, नशा मुक्ति दिवस, मतदाता जागरूकता दिवस जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। एनएसएस यूनिट ने 7 दिवसीय विशेष शिविर आयोजित कर विद्यालय व गाँव में सफाई अभियान चलाया और 100 देवदार के पौधे भी लगाए। स्काउट एंड गाइड, रेड क्रॉस, और आपदा प्रबंधन समिति ने भी पूरे वर्ष सक्रिय रूप से कार्य किया। विद्यार्थियों को प्राथमिक उपचार, आपदा प्रबंधन और सामाजिक सेवा का प्रशिक्षण दिया गया।
इस शैक्षणिक सत्र का विशेष सम्मान बेस्ट बॉय ऑफ द ईयर 12वीं कक्षा के कमलेश और बेस्ट गर्ल्स ऑफ़ द ईयर कनिका विष्ट को दिया गया। इसी प्रकार बेस्ट एनएसएस वालंटियर्स में बॉयज से वेद प्रकाश और गर्ल्स से सपना देवी को पुरस्कृत किया गया है। वहीं साल भर में सर्वाधिक उपस्थिति दर्ज करने वाले बच्चों को भी सम्मानित किया गया। जिसमें 6वीं से निशांत, 7वीं से सुरभि, काव्य और कांता, 8वीं से अदिति और अनन्या, 9वीं से केतन ठाकुर, 10वीं से कुसुम, 11वीं से तनीषा, 12 वीं से वंशिका और सनेहा प्रथम रही।
इस कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के उप प्रधानाचार्य प्रकाश दीपक ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी अतिथियों, दानदाताओं, अभिभावकों और शिक्षकों का आभार व्यक्त किया और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। स्थानीय लोगों और अविभावकों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि गुशेनी स्कुल के लिए शीघ्र ही नए भवन का निर्माण किया जाए और खाली पड़े पदों को भी प्राथमिकता के आधार पर भरा जाए ताकि आने वाले समय में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।







