सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट। चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल में गत तीन दिनो से हो रही वारिश के साथ बर्फवारी से मियोट, खलैहल, छोटी झरवाड़ तथा बड़ी झरवाड़ तथा मंडी रूलिंग, लच्छ्याण, मढ़, पंजौंड, राजगुंधा, कुक्कड़ गुंधा, बड़ा ग्रां, नलहौता, कोठी कोहड़, चेलरा दी मलाह, धरमाण, सरमाण, नेर, जुधार, भुजलिंग, स्वाड़, पोलिंग, खड़ी मलाह व अन्दरली मलाह आदि दूरवर्ती गाँवों तथा ऊंची–ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में बर्फवारी का सिलसिला जारी है। वारिश तथा बर्फवारी के कारण तापमान में भी भारी गिरावट आ जाने से खून जाम करने वाली प्रचंड ठण्ड का प्रकोप ज़ारी है। यहां हो रही ताजा बर्फवारी के कारण दूरवर्ती गाँवों में दस इंच से दो फुट ताज़ा बर्फवारी ज़मा पड़ चुकी है। वही ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में ताज़ा बर्फवारी से लकदक हो गयी हैं।
जिस कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त- व्यस्त हो गया है। लोग अपने–अपने घरों में ही दुबके व लकड़ी का चूल्हे में आग सेंक कर प्रचंड ठण्ड का सामना कर रहे है। वजिन्द्र सिंह, भागमल, रत्तन चंद व कर्म चंद किसानों का कहना है कि सर्दियों के मौसम में पर्याप्त मात्रा में बर्फवारी होने से फसलों के लिए संजीवनी का काम करेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बर्फवारी के कारण वनसंपदा को काफी नुकसान हुआ है। वहीँ हुई बर्फवारी से बरोट–मियोट नो किलोमीटर, मुल्थान–बड़ा ग्रां सोलह किलोमीटर तथा लोहारडी छह किलोमीटर सड़क मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया है। वहीँ बर्फबारी से बिजली व पानी की सपलाई भी प्रभावित हुई है।