सुरभि न्यूज़ कुल्लू। संस्कार भारती हिमाचल के कुल्लू, बंजार व लाहौल के सदस्यों ने ढ़ालपुर स्थित देव अकादमी आफ म्युज़िक में सुर साम्राज्ञी स्वर्गीय लता मंगेषकर को श्रद्वांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर संस्कार भारती हिमाचल प्रान्त के महामंत्री आचार्य विजय विषेश रूप से उपस्थित रहे। इसके बाद देव म्यूज़िक अकादमी के छात्रों ने लता द्वारा गाया प्रसिद्व गीत ‘लग जा गले गाकर उपस्थित संस्कार भारती से जुड़े कलाकार सदस्यों व अन्य कलाकारों को विभोर कर दिया। पंडित विद्यासागर ने लता जी द्वारा गाया डोगरी गीत जिसमें हिमाचल के चम्बा कांगड़ा क्षेत्र की समृद्व लोक संस्कृति की अमिट छाप दिखाता ‘भला सपाहिया डोगरेआ’ सुनाकर आंखें नम करवाईं।
आचार्य विजय जी ने उपस्थित कलाकारों के बातचीत करतेहुए कहा कि लता जी अपने गायन के प्रारंभिक वर्षों में कठोर श्रम किया, बहुत कष्ट झेले, किन्तु अपने आदर्शों से कभी डिगी नहीं। उनका चरित्र जीवनभर धवल रहा जिसे मलिन करने के प्रयास किए गए। किन्तु वह हो न सका आश्चर्य यह कि उनसे आयु मे छोटे गायकों तक ने उन्हें उल्टे सीधे सलाह दिए लेकिन लता जी ने उन पर कभी कोई आक्षेप नहीं किया। वह प्रतिभामान और महानता की साक्षात मूर्ति थीं। आने वाल युगों तक हमारी आवाज़ बन कर जीवित रहेंगी। सम्पूर्ण विष्व में किसी अन्य गायक को वैसी आत्मीयता से नहीं सुना गया। वे वास्तिकवक स्वरूप् में भारत वर्ष की अलौकिक रत्न थीं, ऐसी दिव्यात्मा, ‘‘भारत रत्न लता जी’’ को कोटि कोटि नमन। श्रद्वांजलि के इस सादे समारोह में संकार भारती हिमाचल के नाट्य विधा प्रमुख केहर सिंह ठाकुर सहित संगीत विधा के पंडित विद्या सागर, डाॅ हरि सिंह ठाकुर, बलदेव ठाकुर, लाहौल से सम्बन्ध रखने वाले रंगकर्मी शमशेर सिंह सहित ओम प्रकाश, ज्वाहर ठाकुर, डिम्पल, मनोज, लक्ष्मी ठाकुर, गीतांश, पवना, चांदनी, चिन्ता, पूजा, जय सिंह और राजीव आदि 30 कलाकारों ने हिमाचल के पारम्परिक गीत गाकर लता जी को श्रद्वा सुमन अर्पित किए।