सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल में हो रही वारिश से सब्जी उत्पादकों की फसलों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है वहीँ दूसरी ओर भूस्खलन होने से किसानों की उपजाऊ जमीन धंसने के कारण फसलें प्रभावित हो रही है। जगह–जगह भूस्खलन होने से वन संपदा को भी काफी नुक्सान पहुँच रहा है। इसके साथ भारी बरसात के चलते ही पैदल रास्ते तथा सड़क मार्ग क्षति ग्रस्त हो गए हैं। बरोट–घटासनी मुख्य सड़क मार्ग लोक निर्माण विभाग ने यातायात के लिए बहाल कर दिया था मगर अब गत दो दिन से भारी वारिश से मुख्य सड़क मार्ग के बीच टिंडू नाला, देवता ढांक, लचकंडी, गुराहला तथा बरोट के पास बस ठहराव के समीप एक बार फिर से भारी ल्हासे गिरने से यह मुख्य सड़क मार्ग फिर से यातायात के लिए बंद हो गया है। वहीँ छोटाभंगाल के मुल्थान-बड़ा ग्रां व लोहारडी सड़क मार्ग में ल्हासे व जगह–जगह पत्थर गिरने से सभी वाहन मुल्थान में ही रुके हुए हैं। जिस कारण घाटीवासियों का जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। इस बारे में लोकनिर्माण विभाग के सवडिविज़न झटिंगरी के सहायक कनिष्ठ अभियन्ता भगत राम का कहना है कि इस मुख्य सड़क मार्ग से ल्हासे के मलवे को सड़क मार्ग से हटाने के लिए मशीन को लगा दी है।