प्रतिपक्ष नेता व उनके सहयोगी आपदा के समय सहायता करने के बजाए राजनीतिक रोटियां सेंक रहे है-इंदु पटियाल

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो

बंजार/कुल्लू

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने एक पत्रकारवार्ता में चिंता ब्यक्त करते हुये कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने आपदा में अति संवेदन शीलता और संजीदगी से कार्य किया है। सभी सरकार के मंत्री, विधायक एवं पंचायती राज के नुमाइंदे लोगों के बीच में जाकर राहत एवं बचाव कार्य में सहयोगी बने रहे। जबकि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा बार बार केंद्र सरकार से गुहार लगाने के बावजूद भी प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने न तो हिमाचल की त्रासदी पर संवेदना व्यक्त की और न ही कोई विशेष पैकेज की मदद की।

प्रदेश में आपदा से जान, माल से प्रभावित जनता हमारा परिवार है, ऐसे में आर्थिक मदद का सहारा देना केंद्र सरकार का भी प्रथम कर्तव्य बनता है। यूं तो मोदी अपने जुमलों में स्वयं को प्रधान सेवक और समस्त देशवासियों को अपना परिवार कहते नहीं थकते, किंतु मुसीबत की घड़ी में अपने परिवार को वेसहारा छोड़ कर क्यों अन्याय कर रहे हैं।

सनातन धर्म तो प्राणी मात्र पर दया, करुणा, आश्रय और दान को सर्वोपरि मानते हैं। हिमाचल सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद भी अपने राजधर्म को बेहतर निभाया बल्कि फौरी राहत 10 गुणा बढ़ा कर, मुफ्त राशन आवंटित कर अपना सर्वस्व: गंवा चुके लोगों को भूमि और गृह निर्माण हेतु प्राथमिकता दी है।

ग्रामीण इलाकों में सड़कों, पुलों को सुचारू करने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। किसानों, वागबानों के उत्पाद मंडियों तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। जबकि स्वारघाट-मनाली और आउट, लुहरी फोरलेन व हाइवे को सुचारू करने में केंद्र सरकार के अधीन एनएचएआई की कार्यप्रगति धीमी है। जिससे कुल्लू, मनाली, लाहौल स्पीति, किनौर, लेह लद्दाख तक पर्यटन व्यवसाय और आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

उल्लेखनीय है  कि यही मार्ग सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण होने से केंद्र सरकार इसे प्राथमिकता के आधार पर तैयार करे। इंदु पटियाल ने कहा कि इस आपदा में गंभीरता से काम करने की बजाय नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और उनके सहयोगी राजनीतिक रोटियां सेंकते हुए कांग्रेस सरकार को घेरने में लगे हैं जो कि निहायत ही ओछी मानसिकता है।

इंदु पटियाल ने कहा कि इस संकीर्ण सोच को जनता अपनी खुली आंखों से देख कर दंग है, क्योंकि संकट में हम हिमाचली दुश्मन की भी मदद करते हैं। यही हमारा स्वभाव व परंपरा है तो भाजपा नेताओं को अपनी परंपरा के अनुरूप व्यवहार करते हुए केंद्र से पैकेज ऑफर कर मानवीय मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए।

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