सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
काले महीने में देवता और डायनों से हुए सात युद्धों में चार युद्ध डायनों ने जीते है। जिला मंडी के तुंगल में शक्तिपीठ बगलामुखी माता ने गुर के माध्यम से की देववाणी की है कि आने बाले साल में आपदा की मार से जूझना पड़ सकता है।
हिमाचल प्रदेश में आने वाले समय में भी ऐसी और आपदाएं भी आएंगी। भूस्खलन, बाढ़, भूकंप और बड़ी दुर्घनाओं से अकाल मौतों का शिकार लोग को बनना पड़ेगा।
इस बात की देववाणी मंडी जिला के तुंगल क्षेत्र के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता बगलामुखी मंदिर सेहली में 68वीं वार्षिक जाग के दौरान माता ने अपने गुर के माध्यम से की है।
सदियों से चली आ रही देव आस्था के चलते हर वर्ष भादो महीने (काले महीने) में देवी-देवताओं और डायनों के बीच होने वाले युद्ध के परिणाम के बाद मंडी के देवी-देवता इस तरह की देववाणी करते हैं।
इस बार देवी-देवताओं और डायनों के बीच हुए सात युद्धों में डायनों की जीत हुई है। माना जाता है कि डायनों की जीत होने से अगले एक वर्ष में फसलें अच्छी होंगी और महामारी के प्रकोप से भी जनता बचेगी, लेकिन भूकंप, भूस्खलन, बाढ़ और बड़ी दुर्घटनाओं में जानमाल का नुकसान बड़े स्तर पर होता है।
बगलामुखी माता के गुर अमरजीत शर्मा ने बताया कि इस बार भी देवताओं और डायनों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में युद्ध हुए। पहला युद्ध समुद्र के टापू पर तथा अंतिम युद्ध दरंग के घोघधार नामक स्थान पर हुआ। इस बार तीन युद्धों तक देवता व डायनें युद्ध में बराबर थीं।
अंतिम युद्ध जब बराबरी पर रहा था, तो अंतिम युद्ध घोघरधार में हुआ, जिसमें डायनों की जीत बताई गई। माता के गुर अमरजीत शर्मा ने बताया कि देवताओं पर डायनें भारी रहीं।
आने वाला समय प्राणी मात्र के लिए अच्छा नहीं रहेगा। क्षेत्र में आपदा आना, भूकंप होना, जानमाल का नुकसान होना आदि घटनाएं घटित होती रहेंगी।