सुरभि न्यूज़ ब्युरो
कुल्लू, 29 सितंबर
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू मुख्यालय पर अखाड़ा बाजार में स्थित जामा मस्जिद आजादी से पहले बनी है और उसकी भूमि पंजाब वक्फ बोर्ड के नाम पर है।
कुल्लू के एसडीएम विकास शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि अखाड़ा बाजार में जामा मस्जिद को लेकर जिस तरह से विवाद और भ्रम का माहौल पैदा किया जा रहा है, वह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने सरकार के दस्तावेजों के साथ स्पष्ट किया कि अखाड़ा बाजार स्थित जामा मस्जिद उस समय बनी है, जब कुल्लू कांगड़ा जिला में था और कांगड़ा जिला पंजाब में शामिल था।
उन्होंने बताया कि सरकार के दस्तावेजों के मुताबिक 1970 के राजपत्र में भी अखाड़ा बाजार स्थित जामा मस्जिद का उल्लेख है और यह भूमि पूरी तरह से पंजाब वक्फ बोर्ड के नाम पर है। कहा कि कुछ लोग भ्रम पैदा कर रहे हैं कि यह भूमि खादी बोर्ड की है। लेकिन सत्यता यह है कि जामा मस्जिद आजादी से पहले की है और उस भूमि पर पूरी तरह से पंजाब वक्फ बोर्ड का कब्जा है। वहां पर किसी भी तरह का अवैध निर्माण नहीं हुआ है।
हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मस्जिद के बाहरी हिस्से के कुछ निर्माण को लेकर वक्फ बोर्ड ने उसके नियमितीकरण की स्वीकृति प्रशासन व सरकार से मांगी है, जिसकी प्रक्रिया चली हुई है। लेकिन यह कहना पूरी तरह से गलत है कि जामा मस्जिद अवैध है।
एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया कि पूर्व में कुछ लोगों द्वारा शिकायत दर्ज करवाई थी कि जामा मस्जिद का निर्माण भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील है और भूकंप आने पर यह पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो सकती है। जिसके कारण आसपास भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने बताया कि इस शिकायत पर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग सहित नगर परिषद व जिला प्रशासन द्वारा जामा मस्जिद के निर्माण कार्य की जांच करवाई गई। तो विशेषज्ञ द्वारा इसे भूकंप की दृष्टि से पूरी तरह सुरक्षित बताया गया है। जिसमें वास्तुकार निहाल सिंह ठाकुर ने अपने रिपोर्ट दी है और साफ किया है कि भूकंप आने की स्थिति में भी जामा मस्जिद पूरी तरह सुरक्षित रहेगी।
एसडीएम विकास शुक्ला ने राजस्व दस्तावेजों का जिक्र करते हुए कहा कि जामा मस्जिद को जितनी भूमि स्वीकृत हुई थी, इसका निर्माण उतनी भूमि पर हुआ है और किसी भी तरह का अवैध कब्जा नहीं किया गया है।
उन्होंने तमाम लोगों से आग्रह किया है कि वह इस विवाद को बेवजह तूल न देकर आपसी भाईचारे को पूर्व की भांति कायम रखें, ताकि समाज में आपसी सौहार्द बना रहे।