सुरभि न्यूज़, कुल्लू : कुल्लू मंडी के बीच में लगभग 21 दिनों से एचआरटीसी व निजी बसें कुल्लू भुंतर वाया लेफ्ट बैंक बिना रुट परमिट के दौड़ रही है। इसकी वजह से यात्रियों व बस संचालकों में भी लगातार भय का माहौल बना हुआ है।
क्योंकि बिना रूट परमिट के इस सड़क मार्ग पर दौड़ रही कोई बस अगर हादसे का शिकार हो गई तो उस स्थिति में कानूनी कार्रवाई निश्चित तौर पर बस संचालकों के ऊपर तलवार की तरह लटकी हुई है।
उल्लेखनीय है कि कुल्लू दशहरा के चलते 2 अक्टूबर से लंबी दूरी की सभी बसों को कुल्लू मंडी के बीच लेफ्ट बैंक वाया जिया होकर चलाया जा रहा है। हालांकि इसके आदेश जिला प्रशासन द्वारा दिए गए हैं।
लेकिन बिना रुट परमिट बसें चलने से यात्रियों व बस संचालकों में हर वक्त भय का माहौल बना रहता है। अनेक बस संचालकों का कहना है कि कुल्लू भुंतर के बीच लेफ्ट बैंक होकर बिना रूट परमिट के बसें चलाना कानूनन अवैध है।
लेकिन जिला प्रशासन द्वारा दशहरा उत्सव खत्म हो जाने के बावजूद भी अभी तक कुल्लू भुंतर के बीच मुख्य सड़क मार्ग को लंबी दूरी की बसों के लिए बहाल नहीं किया गया है। ऐसे में जहां यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, खास तौर पर एचआरटीसी के परिचालकों को टिकट काटने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार कुल्लू भुंतर वाया लेफ्ट बैंक एचआरटीसी के परिचालकों की मशीनों में यात्रियों के उतरने के स्थान तय नहीं है। ऐसे में एचआरटीसी के परिचालकों को अनुमान के मुताबिक कुल्लू भुंतर मुख्य सड़क मार्ग के स्थान के टिकट काटने पड़ रहे हैं, जो कि नियमानुसार गलत है। लेकिन जिला प्रशासन के आदेशों के बाद ही इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।
हालांकि पूर्व में दशहरे के समापन के कुछ दिनों बाद कुल्लू भुंतर मुख्य सड़क मार्ग पर लंबी दूरी की बसों की आवाजाही बहाल कर दी जाती थी। लेकिन इस बार दशहरा उत्सव समापन के 14 दिन बाद भी लंबी दूरी की बसों के लिए मुख्य सड़क मार्ग को बहाल नहीं किया गया है।
वहीं निजी बस संचालकों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि कुल्लू भुंतर मुख्य सड़क मार्ग को लंबी दूरी की बसों के लिए तुरंत बहाल किया जाए, ताकि बिना रूट परमिट के चल रही बसों को निर्धारित रूट पर चलाया जा सके।