सुरभि न्यूज़ (खुशीराम ठाकुर) बरोट। चौहार व छोटाभंगाल घाटी में रक्षा बंधन का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। नौकरी करने वाली सुनीता देवी, सीता देवी, हेमलता व वन्दना बहनों ने बताया कि इस वर्ष रविवार के दिन रक्षाबंधन का त्यौहार होने पर खासकर नौकरियां करने वाले भाई–बहन बेहद खुश दिखाई दिए। इस वर्ष रविवार को छुट्टी होने के चलते गत वर्षों की तर्ज़ में अपने भाइयों की कलाई में राखियां बांधने में काफी आसानी रही। क्योंकि रविवार को भाई -बहनों को छुट्टी होने के चलते सभी भाई अपने–अपने घरों में ही आसानी से ही मिल गए। रक्षाबंधन के इस पवित्र त्यौहार पर बहनों ने भाइयों की कलाई में राखी बाँधी और भाईयों ने बहन की रक्षा का वचन दिया जबकि बहनों ने भाई के परिवार की सुख समृधि के लिए कामनाएं की। रक्षाबंधन के इस त्यौहार पर रविवार को सुबह से ही अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए भाइयों के घर तक जाने के लिए बहने पूरी तरह सजकर तैयार हो गई थी। बहनों ने भाइयों के घर जाकर अपने भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बाँधा। भाइयों ने बहनों की रक्षा करने का वचन दिया और बहनों को पारम्परिक ढंग से नवाजा। रक्षा बंधन के इस त्यौहार पर बहनों द्वारा राखियां खरीदने के लिए शनिवार और रविवार को बरोट, लंबाडग, लक्कड बाज़ार, टिक्कन, थल्टूखोड, मुल्थान, लोहारडी व कोठी कोहड़ बाजारों में राखियों की दुकानों में खूब भीड़ देखने को मिली। चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल घाटी में बहनों द्वारा भाई को राखी बंधने का सिलसिला रविवार को दिनभर ही ज़ारी रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए निर्देश पर रक्षाबंधन के दिन बहनों ने सरकारी बसों में दिनभर निशुल्क ही सफर किया। बहनों से सफर के दौरान कोई भी किराया नहीं लिया गया।