सुरभि न्यूज़ चंबा। पैनइंडि
महिलाओं के उत्थान के लिए सरकार द्वारा आरंभ की गई सभी महत्वपूर्ण योजनाओं से जुड़कर लाभ लिया जाना चाहिए ।विभिन्न सामाजिक कुरीतियों के खात्मे को लेकर डीसी राणा ने महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा कि दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या, बाल विवाह, नशीले पदार्थों का सेवन गंभीर चिंता का विषय है । इन्हें रोकने के लिए महिलाओं को आगे आना चाहिए । इस दौरान उपायुक्त ने वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी भी प्रदान की । शिविर के समापन सत्र को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश शरद लगवाल ने कहा कि पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मकता लाने के लिए महिला वर्ग ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है । वर्तमान परिदृश्य में महिलाओं के प्रति लोगों की सोच में सकारात्मक बदलाव लाए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए । प्राधिकरण द्वारा महिलाओं को दी जाने वाली विधिक सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए शरद लगवाल ने कहा कि महिलाएं प्राधिकरण से निशुल्क कानूनी सहायता प्राप्त कर सकती हैं । महिलाओं के लिए आय सीमा निर्धारित नहीं है । उन्होंने इस दौरान शिविर में भाग लेने वाली महिलाओं को भागीदारी प्रमाण पत्र भी प्रदान किए । सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण पंकज गुप्ता ने प्राधिकरण द्वारा निशुल्क कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए नालसा ऐप, विधिक सहायता सेल, कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से सहायता लेने से संबंधित विषय पर जानकारी प्रदान की । शिविर में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास बालकृष्ण शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य डॉ. हरित पुरी ने विभिन्न विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान की । इस दौरान अधिवक्ता मैना ठाकुर और किरण चौणा ने महिलाओं के कानूनी अधिकारों और नालसा के तहत क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं की जानकारी से उपस्थित महिलाओं को अवगत करवाया ।