जोगिंदर नगर में पीलिया से हुई दो छात्रों की मौत से क्षेत्र में दहशत, स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं – कुशाल भारद्वाज

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सुरभि न्यूज़ ब्युरो

जोगिन्दर नगर, 30 जुलाई

  • सतारूढ़ कांग्रेस, मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के नेता और स्थानीय विधायक मिनरल वाटर के छोटे बोतलू बांटने का कर रहे हैं ड्रामेबाजी

माकपा नेता एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने जोगिन्दर नगर व आस पास के क्षेत्रों में लगातार फैल रहे पीलिया पर चिंता व्यक्त करते हुए दो युवा बच्चों की पीलिया से हुई मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया है। कुशाल भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार, स्थानीय विधायक और स्वास्थ्य महकमे के उच्च अधिकारी जोगिन्दर नगर में फैले पीलिया को रोकने बारे गंभीर नहीं हैं। कुशाल भारद्वाज ने आरोप लगाया कि अस्पताल में आतिरिक्त डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ लाने के बजाए सतारूढ़ कांग्रेस के साथ-साथ मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के नेता और स्थानीय विधायक ड्रामेबाजी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पीलिया फैले हुए 4 सप्ताह से ज्यादा समय हो चुका है। हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। लोग डरे सहमें हुए हैं। एक आईईटीई के छात्र और एक नर्सिंग की छात्रा को पीलिया के कारण मौत का ग्रास बन चुके है।  अब चार सप्ताह के बाद स्थानीय विधायक सहित काँग्रेस और भाजपा के नेता मीडिया और कैमरामैनों की फौज ले जा कर मिनरल वाटर के छोटे बोतलू बांटने का ड्रामा करने में अपनी महानता समझ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि चार सप्ताह से ज्यादा समय से फैले पीलिया को हो गये है। मिनरल वाटर के बोतलू बांटने के बजाये पीलिया की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की इस समय जरूरत है। गरीबों का मज़ाक उड़ाकर बोतलबंद पानी बांटने के प्रचार की यह ड्रामेबाजी बंद करें।

कुशाल भारद्वाज ने कहा कि मैं तीन बार अस्पताल में मरीजों से और उनके अभिभावकों से मिल चुका हूँ। कुछ संस्थाएं बिना किसी दिखावे के अस्पताल में मरीजों व उनके तीमारदारों को पहले से ही बोतलबंद पानी के साथ अन्य सुविधाएं दे रहे  हैं। उन्होंने कहा कि शुरू में ही लगातार बढ़ रहे पीलिया के मसले को उठाया था।

पीलिया के चलते प्रदेश सरकार को चाहिए कि जोगिन्दर नगर में अतिरिक्त डॉक्टर तथा अतिरिक्त नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ अतिरिक्त बेड उपलब्ध करवाये जायेँ। इसके साथ ही उच्च स्वास्थ्य अधिकारियों को यहाँ का दौरा करना चाहिए। इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी ने अस्पताल का दौरा कर कुछ अतिरिक्त बिस्तरे उपलब्ध करवाए, लेकिन इससे बात नहीं बनी।

उन्होंने मांग की है कि कम से कम दो डॉक्टर तथा तीन नर्सिंग स्टाफ दूसरे अस्पतालों से यहाँ पर तुरंत भेजा जाये। इससे अस्पताल के उपलब्ध डॉक्टरों व अन्य स्टाफ पर पड़ने वाला अतिरिक्त बोझ कम होगा तथा तथा मरीजों को समय पर इलाज किया जा सकेगा।

कुशाल भारद्वाज ने कहा कि क्या उनको इतना पता नहीं है कि जोगिंदर नगर के अलावा लडभड़ोल का सिविल अस्पताल मात्र एक डॉक्टर के सहारे चल रहा है। लांगणा पीएचसी में डॉक्टर नहीं है और चौंतड़ा में भी पद रिक्त पड़ा है। हालत यह है कि जोगिंदर नगर के कई पीलिया मरीज पपरोला, बैजनाथ, पालमपुर और मंडी में भी ईलाज करवा रहे हैं। स्थिति भयावह हो चली है। इस कदर पीलिया फैलने की उच्च स्तरीय जांच भी होनी चाहिए। जिस छात्र और छात्रा की पीलिया से मृत्यु हुई है उनके परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाये तथा जो मरीज अलग अलग अस्पतालों में दाखिल हैं उनके परिजनों को भी ईलाज का खर्च वहन करने के लिए राहत राशि के साथ-साथ मुफ्त ईलाज की सुविधा दी जाये।

उन्होंने कहा कि जोगिन्दर नगर के हर क्षेत्र में पीने के पानी के स्त्रोतों और पानी के भंडारण टैंकों के सेंपल लेकर जांच होनी चाहिए। विभाग को हर स्तर पर शुद्ध और साफ पेयजल उपलब्ध करवाना चाहिए, जिसके लिए सरकार को चाहिए कि वे जल शक्ति विभाग में भी पर्याप्त मात्रा में स्टाफ उपलब्ध करवाए। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि जलजनित बीमारियों से बचने के लिए वे पूरी बरसात में उबला हुआ पानी ही पिएं।

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